तीरंदाजी विश्व कप 2024 का फाइनल खत्म हो चुका है और इस बार भी शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की दीपिका कुमारी ने रजत पदक हासिल किया। भले ही वह स्वर्ण पदक की दौड़ में चीन की “ली जियामन” से हार गई हो और विश्व कप का खिताब नहीं जीत पाई हो, लेकिन उनके प्रदर्शन और लगन ने सभी का दिल जीत लिया है। दीपिका ने इस विश्व कप में अपना 5वां राज्य पदक जीता। इसके साथ ही वह तीरंदाजी विश्व कप में 5 रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन गई है। उन्होंने यह पदक महिला रिकर्व वर्ग में जीता है।
दीपिका के इस पदक की अहमियत इसलिए भी है क्योंकि अपनी बेटी के जन्म के बाद उन्होंने पूरे तीन साल बाद इस विश्व कप में वापसी की थी इतने लंबे अंतराल के बावजूद वह मैक्सिको में आयोजित ट्लाक्सकाला इवेंट में पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय हैं। यह वर्ल्ड कप 4 ग्रुपों में बटा होता हैं और भारत की ओर से इन सभी ग्रुपों में सिर्फ दीपिका ने ही पदक हासिल किया है।
वहीं दीपिका के अलावा बाकी के खिलाड़ियों की ओर से भारत को निराशा प्राप्त हुई। धीरज बोम्मादेवरा भारत के एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्होंने पुरुष रिकर्व वर्ग में क्वालीफाई किया। हालांकि, फाइनल में उन्हें कोई पदक नहीं मिला। दक्षिण कोरिया के “ली वू सोक” के साथ मुकाबले में वे जल्द ही बाहर हो गए। कंपाउंड इवेंट में भी तीन सदस्यीय भारतीय टीम का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। प्रथमेश फुगे प्रतियोगिता के सेमीफाइनल तक पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें चौथा स्थान मिला। इसी इवेंट में प्रियांश और ज्योति सुरेखा वेन्नम तो क्वार्टर फाइनल में ही बाहर हो गए।
बाकी भारतीयों का प्रदर्शन कैसा रहा?
तीरंदाजी विश्व कप चार स्टेजों में होता हैं। यह स्टेजेस क्वालिफिकेशन, क्वार्टर फाइनल, सेमी फाइनल और फाइनल होती है। इस बार की यह स्टेजेस चीन के शंघाई में 23-28 अप्रैल में, दक्षिण कोरिया के योचेओन में 21-26 मई में, तुर्किये के अंताल्या में 18-23 जून में और फाइनल मैक्सिको की ट्लाक्सकाला में अक्टूबर में हुआ था।
इसमें धीरेंद्र ने पुरुष व्यक्तिगत रिकर्व के तीसरे चरण में कांस्य पदक जीता। दीपिका ने महिला व्यक्तिगत वर्ग के पहले चरण में रजत पदक जीता। धीरज, प्रवीण और तरुणदीप ने पुरुष टीम के पहले चरण में स्वर्ण पदक जीता। अंकिता भगत और धीरज ने मिश्रित टीम के पहले चरण में कांस्य पदक जीता और भजन कौर और धीरज ने तीसरे चरण में कांस्य पदक जीता।
वहीं, मिश्रित पुरुष वर्ग में प्रियांश ने पहले और तीसरे चरण में रजत पदक जीता। मिश्रित महिला वर्ग में ज्योति सुरेखा को स्वर्ण पदक मिला। मिश्रित पुरुष टीम में प्रथमेश, प्रियांश और अभिषेक को स्वर्ण पदक मिला। मिश्रित महिला टीम में परनीत कौर, अदिति गोपीचंद, स्वामी ज्योति और सुरेखा वेन्नम ने तीनों चरणों में स्वर्ण पदक जीते। मिश्रित टीम के पहले चरण में ज्योति सुरेखा वेन्नम और अभिषेक वर्मा ने स्वर्ण पदक जीता।
भारत की मेडल टैली क्या रही?
अगर पूरे चरणों की बात करें तो भारत ने चारों चरणों में कुल 15 पदक जीते थे। जिसमें 7 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य शामिल हैं। इसी के साथ भारत मेडल टैली में दूसरे स्थान पर रहा था। हालांकि, सीजन के आखिरी विश्व कप फाइनल में भारत को सिर्फ एक पदक मिला, जो दीपिका कुमारी का रजत पदक है।
इन खिलाड़ियों ने जीता “तीरंदाजी विश्व कप 2024” का खिताब
1) रिकर्व पुरुष – इस वर्ग में दक्षिण कोरिया के “किम वू-जिन” ने स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने अपने कोरियाई साथी “ली वू सेक” को 7-3 से हराया। इसके साथ ही उन्होंने अपना पांचवां रिकर्व पुरुष हुंडई विश्व कप फाइनल जीता।
2) रिकर्व महिला – इस वर्ग में चीन की “ली जियामन” ने स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने फाइनल में भारत की दीपिका को 6-0 से हराया। जियामन का इस विश्व कप में डेब्यू था और अपने डेब्यू में ही उन्होंने विश्व चैंपियन का खिताब जीत लिया है।
3) कंपाउंड पुरुष – इस वर्ग में संयुक्त राज्य अमेरिका के “जेम्स लुट्ज़” ने स्वर्ण पदक जीता है। जेम्स की जीत बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने पिछले साल के चैंपियन “मैथियास फुलर्टन” को हराकर यह खिताब हासिल किया है।
4) कंपाउंड महिला – इस वर्ग में कोलंबिया की “सारा लोपेज़” ने स्वर्ण पदक जीता है। सारा ने एस्टोनिया की पहली खिलाड़ी मीरी-मैरिटा पास को हराया है। इसके साथ ही उन्होंने ट्लाक्सकाला में अपना नौवां हुंडई विश्व कप फाइनल जीत लिया है। साथ ही, उन्होंने अब तक की “सबसे महान कंपाउंड महिला तीरंदाज” के रूप में अपना नाम दर्ज करा लिया है।