इंफाल। मणिपुर मे निर्वस्त्र घुमाई गई दोनों महिलाओ ने आपबीती सुनाई है| 40 साल की महिला ने बताया की वो हमें लात-घूंसे मार रहे थे, फिर कुछ लडक़े चिल्ला कर बोली लगाने लगे… बताओ, कौन-कौन रेप करेगा इनका। मैंने कहा- चार बच्चों की मां हूं। मुझे तो छोड़ दो। चुराचंदपुर के राहत कैंप में बैठी महिला बिलख रही है। उसने बताया कि गांव पर मैतेई लोगों का हमला हुआ। सब लोग भाग चुके थे। हम सात-आठ जंगल में छिप गए। कुछ बकरियां पास आ गईं। उन्हीं के कारण हमलावरों की भीड़ हमारे पास पहुंच गई। मारते-पीटते मुख्य सडक़ पर ले गए। वहां पुलिस ने हमें हिरासत में ले लिया। अपनी जीप में बैठा लिया। फिर जब भीड़ ने जीप पर हमला किया, तो उन सिपाहियों ने ही हमें भीड़ के हवाले कर दिया। लडक़ी (23) ने बताया कि पहले वो रेप की बात कर रहे थे, फिर वो सब नहीं हुआ, लेकिन बदन को नोचने लगे। तीन लडक़ों ने हमें बुरी तरह पीटा और कहा कि लेट जाओ, लेकिन बाकी भीड़ नहीं मानी। वो जुलूस निकालना चाहती थी। हमें मारते-पीटते आगे ले गए। हमारे घर जला दिए गए हैं। सामान, जानवर बहुत कुछ लूट लिया गया है।उस भीड़ में कुछ लोग ऐसे भी थे, जो हरकत का विरोध कर रहे थे, लेकिन हुड़दंगियों ने उन्हें भी धमका दिया। वीडियो बनाने वालों पर भी कुछ लोग गुस्सा थे, लेकिन आखिरकार सब एक हो गए और हैवानियत की |
मणिपुर में दरिंदों का घर फूंका
मणिपुर में दो महिलाओं के साथ दरिंदगी की घटना के बाद भीड़ ने मुख्य मुलजिम के घर को आग लगा दी। महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का मामला 77 दिन तक छिपाने की कोशिश की गई। पहली शिकायत 18 मई को काकंग पोकली जिले के सैकुल थाने पर लिखाई गई थी। इसमें हथियारों के साथ डकैती, अपहरण, लूट, हमला और रेप की धाराएं शामिल थीं। इस मामले को नोंगपोक सेकमाई थाने पर स्थानांतरित करने में एक महीना तीन दिन लग गए। देरी से रिपोर्ट लिखने की बात पुलिस ने मानी है। ग्राम प्रधान के हवाले से भीड़ के लूटपाट की बात कही गई है। एके राइफल, इंसास एसएलआर और थ्री नॉट थ्री से गांव पर धावा बोला। इस मामले का बदला लेने के लिए दरिंदों में से एक के घर को आग लगा दी गई। इस घटना के फुटेज अब सामने आए हैं। आग लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है। यह पिछले शुक्रवार का बताया जा रहा है।