हॉकी विश्व कप : भारत का सपना टूटा, न्यूजीलैंड अगले राउन्ड मे।
हॉकी विश्व कप के फाइनल से एक सप्ताह पहले मेजबान भारत और भारतीय टीम के प्रसंस्को के लिये दिल तोड़ने वाली खबर आयी है। न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार से भारत एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप से बाहर हो गया है। रेग्युलेशन टाइम बराबरी पर खत्म हुआ था लेकिन भारतीय टीम पेनल्टी शूटआउट मे 5-4 से पीछे रह गई और मेडल की दौड़ से बाहर हो गई। टीम इंडिया के गोलकीपर श्रीजेश और कृष्ण पाठक ने पेनल्टी शूटआउट मे चार बचाव भी किए लेकिन स्ट्राइकर मौकों को गोल मे कन्वर्ट नही कर पाये और इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा। भारत के कोच रीड का स्टेटमेंट इस बात का संकेत हो सकता है कि शायद उनकी टीम बड़े मुकाबलों के प्रेशर को झेलने के लिए मानसिक रूप से सक्षम नहीं थी। न्यूजीलैंड अब क्वार्टर फाइनल में पूर्व विजेता बेल्जियम का सामना करेगी। साथ ही 26 तारिख को जापान के सामने भारतीय टीम बस एक औपचारिकता निभाने उतरेगी।
1975 के बाद पदक जीतने का सपना भी टूट गया।
न्यूज़ीलैंड से मिली हार के साथ ही भारत का 1975 के बाद पदक जीतने का सपना भी टूट गया है।1975 में अब विश्व कप पदक जीतने के लिए भारत का 48 साल का इंतजार पांच दशकों से अधिक होगा जब अगला विश्व कप 2026 मे आएगा।
भारत को मेंटल कंडिशनिंग कोच की जरूरत – रीड
भारत के कोच ग्राहम रीड भारत की इस हार से काफी निराश दिखे मैच पोस्ट प्रेजेंटेशन मे उन्होने कहा – “हमें शायद कुछ अलग करने की जरूरत है। इसके बाद, हम इस पर काम करेंगे कि हम मानसिक कोच को कैसे शामिल कर सकते हैं। मुझे लगता है कि यह टीम के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हिस्सा है।”