1973 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा पेश किया गया budget भारतीय इतिहास का सबसे चर्चित और विवादित budget बना। इसे ‘Black Budget’ इसलिए कहा गया क्योंकि यह 550 करोड़ रुपए के भारी fiscal deficit (मतलब, सरकार के खर्चे उसके राजस्व से ज्यादा होने की स्थिति) के साथ आया। भारत-पाक युद्ध (1971) के बाद देश की economy पर पहले से ही बोझ था। युद्ध के खर्चों, agricultural production और international oil crisis ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया।
Oil Crisis: जब तेल ने बढ़ा दी मुश्किलें
1973 में Organization of Petroleum Exporting Countries (OPEC) द्वारा तेल के उत्पादन में कटौती की गई, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें अचानक बढ़ गई। भारत जैसे आयात पर निर्भर देशों को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा। इस crisis का सीधा असर inflation (मतलब, महंगाई – जब वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें बढ़ती हैं) पर पड़ा। महंगाई ने आम जनता की रोजमर्रा की जिंदगी को मुश्किल बना दिया और essential items जैसे अनाज और तेल की कीमतें आसमान छूने लगीं।
Fiscal Deficit ने क्यों बिगाड़ी स्थिति?
इस budget में 550 करोड़ रुपए का fiscal deficit था, जिसका मतलब यह था कि सरकार ने जितना कमाया, उससे कहीं ज्यादा खर्च कर दिया। इस घाटे को पूरा करने के लिए सरकार को कर्ज लेना पड़ा। इससे आर्थिक अस्थिरता बढ़ गई और महंगाई नियंत्रण से बाहर हो गई। इसका सीधा असर गरीब और मध्यम वर्ग पर पड़ा, जो पहले से ही rising costs से जूझ रहे थे।
‘Black Budget’ ने क्यों उठाए सवाल?
1973 का Budget इंदिरा गांधी की economic policies पर सवाल खड़े करने का कारण बना। कई economists और experts ने कहा कि सरकार ने युद्ध के बाद financial planning में बड़ी चूक की। Resources का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाता, तो शायद इतना बड़ा संकट टाला जा सकता था।
Budget 2025: क्या हमने इतिहास से सीखा कुछ नया?
आज, जब Budget 2025 पेश हो चुका है, सरकार ने fiscal discipline और middle class को राहत देने पर ध्यान दिया है। इस बार income tax में discount के नए स्लैब लाए गए हैं और basic items जैसे मोबाइल और दवाओं की कीमतों में कमी की गई है। लेकिन ‘Black Budget’ हमें यह याद दिलाता है कि बिना संतुलित financial planning के, कोई भी economy संकट का सामना कर सकती है।
महंगाई और आर्थिक अस्थिरता का सबक
‘Black Budget’ सिर्फ एक आर्थिक संकट की कहानी नहीं है। यह fiscal management की अहमियत बताता है और इस बात को उजागर करता है कि कठिन समय में भी सही financial decisions से रास्ता निकाला जा सकता है। इंदिरा गांधी की सरकार ने मुश्किल हालात में ये budget पेश किया, लेकिन यह भारतीय आर्थिक इतिहास में एक बड़ा सबक बन गया।
1973 का ‘Black Budget’ हमें fiscal balance और foresight का महत्व सिखाता है। Budget 2025 में सरकार ने संतुलन बनाए रखने और growth-oriented policies पर जोर दिया है, जो एक सकारात्मक दिशा में कदम है।