उज्जैन के दंडी आश्रम के आचार्य और सेवादार पर 19 नाबालिगों के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगा है। आश्रम में पढ़ने वाली 19 बच्चीयों ने इस घटना की जानकारी अपने माता पिता को दी थी। जिसके बाद महाकाल थाने में मंगलवार देर रात 12.30 बजे दोनों आरोपी के खिलाफ़ FIR दर्ज की गई। आश्रम के संचालक ने पुलिस बुलाकर आचार्य को गिरफ्तार करवाया है।
यह आश्रम 30 साल पुराना है और शहर के बड़नगर रोड पर स्थित है। यहां पहले तीन नाबालिगों का यौन शोषण होने की जानकारी सामने आई थी। इस पर बच्चीयों के माता- पिता ने मंगलवार शाम को बैठक कि, जिसके बाद इस बैठक में पीड़ित नाबालिगों की संख्या तीन से बढ़कर 19 हो गई।
इस आश्रम में बच्चे वेद अध्ययन, कर्मकांड, पंडिताई सीखने के लिए आते हैं। वहीं वर्तमान में 140 बच्चे पढ़ने के लिए अलग-अलग शहरों से आश्रम में आए और यहीं रहते थे। इनमें उज्जैन सहित देवास, राजगढ़, मंदसौर आदि शहरों के बच्चे शामिल हैं। इनकी उम्र 11 से 15 साल के बीच की है। चैत्र नवरात्र के समय कुछ बच्चों ने अपने माता-पिता से आश्रम में हो रही हरकतों के बारे में बताया था और सेवादार अजय ठाकुर पर आरोप लगाए थे। परिजनों ने आश्रम के संचालक गजानन सरस्वती से बात की थी। जिसके बाद गजानन सरस्वती ने अजय ठाकुर को आश्रम से निकाल दिया था।
दंडी सेवा आश्रम में संचालित गुरुकुल में बच्चों से यौन शोषण के खुलासे के बाद पुलिस ने आचार्य राहुल शर्मा और सेवादार अजय ठाकुर पर अलग-अलग तीन केस दर्ज किए हैं। अप्राकृतिक कृत्य की धारा के साथ पॉक्सो एक्ट के तहत भी कार्यवाही की गई है। आचार्य राहुल शर्मा को आश्रम के संचालक संत गजानंद सरस्वती ने खुद पुलिस बुलाकर गिरफ्तार करा दिया था। जबकि सेवादार फरार था लेकिन बुधवार देर रात उसे भी सिहोर जिले के आष्टा से गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद गुरुवार सुबह 6 बजे पुलिस उसे उज्जैन लेकर आई।
आचार्य राहुल ने की थी दुष्कर्म पीड़िता की मदद
हैरानी की बात यह है कि, आरोपी आचार्य राहुल शर्मा वही व्यक्ति हैं जिसने आज से 7 महीने पहले एक रेप पीड़िता की मदद की थी। खून से सनी 12 साल की बच्ची आधे-अधूरे कपड़ों में ढाई घंटे से भटक रही थी। राहुल ने उसे खाना खिलाकर महाकाल थाने में सूचना दी थी।