कर्नाटक के रामनगर जिले में एक बहुत ही दर्दनाक घटना सामने आई, जब एक 46 वर्ष की महिला को क़र्ज़ चुकाने के लिए अपनी एक किडनी बेचनी पड़ी। महिला का आरोप लगा हैं कि माइक्रोफाइनेंस एजेंट उनकी बेटियों पर भी यही करने का दबाव बना रहे हैं।
यह सब कैसे शुरु हुआ?
गीता, जिनके साथ यह घटना घटी, ने बताया कि पति ने काफी क़र्ज़ ले रखा था, लेकिन चुका पाने के पहले ही उनका निधन हो गया। अपनी दोनों बेटियों का पालन पोषण में बहुत कठिनाई हो रही थी। इसी दौरान, एक लंबे समय से परिचित मंजुनाथ ने उनसे सम्पर्क किया और सलाह दी कि वह अपनी एक किडनी बेचकर कर्ज़ा चुका सकती हैं। साथ ही, उसने यह भी कहा कि व्यक्ति एक किडनी के साथ भी सामान्य जीवन जी सकता हैं।
कोई अन्य उपाय न मिलने पर, वो इसके लिए राज़ी हो गई। उन्हें यशवंतपुर स्थित एक अस्पताल ले जाया गया और किडनी निकाल ली गई। इसके बदले उन्हें 2.5 लाख रुपए मिले।
कुछ समय के लिए स्थिति सामान्य रही, लेकिन मुश्किलें यही खत्म नहीं हुई। पिछले कुछ हफ्तों से मंजुनाथ पैसे वापस करने का दबाव बना रहा हैं। जब गीता ने मना किया, तब वो उनपर भी चिल्लाने लगा, तथा बेटियों पर किडनी बेचने का दबाव बनाने लगा।
गीता ने यह भी आरोप लगाया कि ये एकमात्र ऐसा मामला नहीं हैं। उसने एक और महिला को किडनी बेचने पर मजबूर किया था, और अब वो उनपर भी इसी प्रकार का दबाव बना रहा हैं।