चैंपियंस ट्रॉफी के अंतिम लीग मैच भारत ने न्यूज़ीलैंड को 44 रनों से शिकस्त देकर पॉइंट्स टेबल पर पहले स्थान पर अपनी पकड़ बनाए रखी। भारतीय टीम ने लीग स्टेज के अपने सभी मैचों में जीत दर्ज की। दोनों टीमें पहले ही सेमी-फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं। मुकाबला दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया था।
बेहद ही खराब शुरुआत!
न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीता और कप्तान Mitchell Santner ने पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया जो कि सही साबित हुआ। भारतीय कप्तान Rohit Sharma (15) और Shubman Gill मात्र 2 के स्कोर पर चलते बने। अपना 300वा मैच खेल रहे Virat Kohli (11) अच्छे टच में दिखाई दे रहे थे, मगर Glenn Phillips ने एक बेहद शानदार कैच पकड़कर उन्हें पैवेलियन भेज दिया। आईसीसी प्रतियोगिताओं में अक्सर न्यूज़ीलैंड से हमें कांटे की टक्कर देखने को मिलती हैं और आज भी कुछ वैसा ही हुआ। 30 के स्कोर पर हमारे टॉप तीन बल्लेबाज़ आउट हो चुके थे और परिस्थिति बहुत ही विकट थी।
Shreyas-Axar ने मुश्किलों से निकाला!
इस संकट भरे समय में Shreyas Iyer (79) और Axar Patel (42) ने एक बार फिर मोर्चा संभाला और चौथे विकेट के लिए 98 रन जोड़कर भारत को मुश्किलों से बाहर निकाला। पिछले कुछ समय से Axar Patel भी टीम को अच्छा योगदान दे रहें हैं लेकिन वर्तमान में मध्यक्रम अथवा पूरी टीम में सबसे अधिक consistent बल्लेबाज़ यदि कोई हैं तो वो Shreyas Iyer ही हैं। हालांकि उन्हें Virat और Rohit जितना महत्व नहीं मिलता, लेकिन काफी बार उन्होंने टीम को मुश्किल परिस्थितियों से उबारा हैं। 2023 विश्वकप में भी 11 मैचों में 530 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन करने वाले Iyer अपना Annual Contract गंवा चुके थे। KL Rahul (29) भी फिर से शुरुआत को एक अच्छे स्कोर में तब्दील नहीं कर पायें। अंत में हार्ड हिटर Hardik Pandya (45) ने कुछ तगड़े शॉट्स दिखाकर भारत को 249 तक पहुंचाया, जो कि इस साल दुबई के स्टेडियम में पहली पारी का सर्वाधिक स्कोर हैं।
अच्छी गेंदबाज़ी और बेहतरीन फील्डिंग!
इस मुकाबले में भी कीवियों ने गेंद से अच्छा खेल दिखाया। Matt Henry ने 5 विकेट झटककर भारत को अच्छाखासा परेशान किया। कीवी कप्तान Mitchell Santner, Rachin Ravindra, Kyle Jamieson को एक-एक सफलता मिली। लेकिन जिसने सबसे अधिक प्रभावित किया वो हैं न्यूज़ीलैंड की फील्डिंग। बाउंड्रीज और सिंगल्स रोकने के अलावा, कीवी खिलाड़ियों ने शानदार कैच भी पकड़े। विशेष रूप से Glenn Phillips और Kane Williamson ने शानदार कैच पकड़कर सभी को प्रभावित किया। इन शानदार क्षेत्ररक्षण प्रयासों के कारण भारत लगभग 40-50 रन कम बना सका।
Kane की उम्दा पारी पर फिरा पानी!
इस पिच पर 250 का पीछा करने उतरी न्यूज़ीलैंड की शुरुआत भी बेहद खराब रही। Rachin Ravindra (6) जल्द ही आउट हो गए। हालांकि Kane Williamson (81) और Will Young (22) ने दूसरे विकेट के लिए 32 रनों की साझेदारी कर कुछ हद तक टीम को संभाल लिया। Kane ने एक छोर संभाले रखा और उम्दा बल्लेबाज़ी की लेकिन दूसरी तरफ से नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। अंत में Santner (28) ने कुछ अच्छा खेल दिखाया मगर उनकी ये पारी भी किसी काम न आ सकी और टीम केवल 205 पर ही सिमट गई।
फिरकी गेंदबाज़ों का बोलबाला!
दूसरी पारी में भारतीय स्पिनर्स का जलवा देखने को मिला। इस टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेल रहे Varun Chakravarthy ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट झटककर विपक्षी टीम की कमर तोड़ दी। उनके अलावा Kuldeep Yadav को 2, वहीं Axar Patel, Ravindra Jadeja और Hardik Pandya को एक-एक विकेट मिला। Varun Chakravarthy “मैन ऑफ द मैच” चुने गए।
सेमी-फाइनल की तस्वीर साफ!
अब पहले सेमी-फाइनल में भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा। वहीं दूसरे सेमी-फाइनल में दक्षिण अफ्रीका न्यूज़ीलैंड से भिड़ेगी। 2023 विश्वकप में भी यहीं चारों टीमें अंतिम-4 में पहुंची थी। हालांकि भारतीय फैंस ये नहीं चाहेंगे कि जो परिणाम हमें 2023 के फाइनल में देखने को मिला था कुछ वैसा ही इस बार भी देखने को मिले।