टेबल टेनिस को पसंद करने वालों के लिए एक दिल तोड़ने वाली खबर सामने आई, जब भारत के सबसे दिग्गज खिलाड़ियों में से एक, शरत कमल ने retirement की घोषणा कर दी। शरत 20 से 25 मार्च तक चेन्नई में होने वाले World Table Tennis Contender Tournament के बाद इस खेल को अलविदा कह देंगे।
शरत का शानदार करियर
शरत कमल ने अपने 20 साल से अधिक के करियर में भारतीय टेबल टेनिस को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय tournaments में भारत को represent किया और कई मेडल्स भी अपने नाम किए। उन्हें सबसे अधिक सफलता Commonwealth Games में मिली, जहां 2006 मेलबर्न में men’s singles और team, 2010 दिल्ली में men’s doubles, 2018 गोल्ड कोस्ट में men’s team, 2022 बर्मिंघम में men’s team में गोल्ड मेडल हासिल किया। उन्होंने अन्य श्रेणियों में सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीता हैं। Commonwealth Games में उनके नाम 7 गोल्ड, 3 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज हैं। सिर्फ़ इतना ही नहीं, उन्होंने 2018 Asian Games और 2021 Asian Championships में भी ब्रॉन्ज मेडल पर अपना कब्ज़ा जमाया हैं। इसके अलावा वे 10 बार के राष्ट्रीय विजेता भी रह चुके हैं।
ओलंपिक मेडल का सपना अधूरा
दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी शरत अब भी International Table Tennis Federation (ITTF) में भारत के सर्वोच्च रैंक वाले खिलाड़ी हैं। इतनी सारी achievements के बाद भी उन्हें एक बात का मलाल ज़रूर रहेगा और वो हैं ओलम्पिक में मेडल हासिल न कर पाना। शरत पांच बार के ओलंपियन हैं मगर वे एक भी बार ओलंपिक मेडल नहीं जीत पाए। लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद हैं कि वे आने वाले खिलाड़ियों के ज़रिए अपने इस अधूरे सपने को पूरा करेंगे।
सम्मान और योगदान
इस खेल में उनके योगदानों को सराहते हुए भारत सरकार ने उन्हें 2004 में अर्जुन अवॉर्ड, 2019 में पद्म श्री और 2022 में खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया हैं। उन्होंने बढ़ती उम्र और युवाओं को मौका देने के लिए retire होने का फैसला किया हैं।
युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा
शरत कमल उन युवा खिलाड़ियों के लिए आदर्श हैं, जो टेबल टेनिस को अपना करियर बनाना चाहते हैं। हालांकि वे retirement के बाद भी भारतीय टेबल टेनिस में योगदान देना जारी रखेंगे। वे नए खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देकर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त करने में मदद करेंगे। शरत का संन्यास भारतीय टेबल टेनिस के लिए एक युग का अंत है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उन्हें हमेशा एक महान खिलाड़ी के रूप में याद किया जायेगा।