सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर ED की जांच के केंद्र में हैं। ED ने उनसे हरियाणा में भूमि सौदों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को लगभग छह घंटे तक पूछताछ की। इससे पहले, उन्हें 8 अप्रैल को उन्हें समन भेजा गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए, जिसके बाद ED ने उन्हें फिर से समन जारी किया।
यह मामला 2005-06 में हरियाणा के फरीदाबाद जिले के अमीरपुर गांव में लैंड डील से संबंधित है। ED के अनुसार, रॉबर्ट वाड्रा ने H.L. पाहवा नामक रियल एस्टेट एजेंट से लगभग 40.08 एकड़ (334 कनाल) भूमि खरीदी और दिसंबर 2010 में वही भूमि पाहवा को वापस बेच दी। इसी तरह, प्रियंका गांधी वाड्रा ने अप्रैल 2006 में 5 एकड़ कृषि भूमि खरीदी और फरवरी 2010 में वही भूमि पाहवा को बेच दी।
ED का आरोप है कि इन लेन-देन में नकद भुगतान हुआ, जो रिकॉर्ड में दर्ज नहीं था। इसके अलावा, वाड्रा द्वारा भुगतान की गई राशि पूरी नहीं थी। इन लेन-देन में शामिल एजेंट पाहवा को नकद में भुगतान किया गया था, जो बैलेंस शीट से बाहर रखा गया था।
ED की जांच में यह भी सामने आया है कि रॉबर्ट वाड्रा का C.C. थंपी नामक व्यक्ति से “गहरा संबंध” था। थंपी ने 2005-2008 के बीच अमीरपुर में लगभग 486 एकड़ भूमि खरीदी थी। इसके अलावा, वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने लंदन में एक संपत्ति को नवीनीकरण किया और उसमें रहे, जो संजय भंडारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में “अपराध की आय” से संबंधित है।
रॉबर्ट वाड्रा ने इन आरोपों को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। उन्होंने कहा, “जब भी मैं अल्पसंख्यकों के लिए बोलता हूं या राजनीति में आने की सोचता हूं, तो सरकार अधिकारियों का दुरुपयोग करती हैं।”
रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ चल रही ED की जांच ने राजनीतिक में हलचल मचा दी है। साथ ही इस पूरे मामले का दायरा अब सिर्फ रॉबर्ट वाड्रा तक सीमित नहीं रहा। हाल ही में ED ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के नामों का भी ज़िक्र किया है। ED ने दोनों नेताओं पर वित्तीय अनियमितताओं और कथित तौर पर “अपराध की आय” को छुपाने का आरोप लगाया है। इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है, इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बताया और सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया। गांधी परिवार के ये तीन नाम सोनिया, राहुल और रॉबर्ट अब लगातार ED की जांच में शामिल हो रहे हैं, जिससे यह मामला और भी संवेदनशील और हाई-प्रोफाइल बन चुका है। आरोपों की गंभीरता और जांच की दिशा को देखते हुए, यह मामला आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण हो सकता है।