भोपाल में हाल ही में सामने आया एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें कुछ युवकों ने अपनी पहचान छिपाकर कॉलेज की छात्राओं से दोस्ती की, फिर उन्हें नशीली दवाएं देकर बलात्कार किया, वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डाला। यह मामला 1992 के अजमेर सेक्स स्कैंडल की याद दिलाता है, जिसमें कई लड़कियों को इसी तरह से फंसाया गया था।
शुरुआत में इस मामले में तीन पीड़िताओं ने शिकायत दर्ज कराई थी। इनमें दो सगी बहनें शामिल हैं। लेकिन अब मामले में आरोपियों के खिलाफ 5 लड़कियां सामने आई हैं। इनमें से एक पीड़िता नाबालिग है। 4 आरोपी अभी तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
यह मामला तब सामने आया जब 18 अप्रैल को एक 19 वर्षीय छात्रा ने बागसेवनिया पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। भोपाल के रायसेन रोड के एक निजी कॉलेज में दो बहनों ने एडमिशन लिया था। यहां बड़ी बहन की दोस्ती फरहान नाम के एक शख्स से हो गई उसने बताया कि उसके कॉलेज के पूर्व छात्र फरहान ने अपनी पहचान छिपाकर उससे दोस्ती की,धीरे-धीरे दोनों में बहुत बात होने लगी। अप्रैल 2022 की बात है। मुख्य आरोपी फरहान उसे जहांगीराबाद स्थित एक घर ले गया जो उसके दोस्त हामिद का था। फिर उसे नशीली दवाएं देकर बलात्कार किया और उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। इसके बाद फरहान ने उसे अपने दोस्तों से मिलवाने के लिए मजबूर किया, जिन्होंने भी उसके साथ बलात्कार किया और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। ब्लैकमेल करके फरहान ने लड़की पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोपों के मुताबिक फरहान और उसके दोस्तों ने पीड़िता पर रोजे रखने का दबाव बनाया और जबरदस्ती नॉनवेज खिलाया। पीड़िता को बुर्के में रहने को भी कहने लगा। पीड़िता ने आरोपी और उसके दोस्तों के साथ हुए चैट्स भी पुलिस को सौंपे हैं। फरहान ने इसी तरह उसकी बहन के साथ भी रेप किया।
पीड़िता की बहन ने भी इस मामले में केस दर्ज कराया है। शिकायत में उसने बताया कि फरहान के जरिये उसकी पहचान उसके दोस्त अली से हुई। आरोप के मुताबिक अली ने पिछले साल जून में उसके साथ संबंध बनाए और इसका वीडियो भी बना लिया। यही वीडियो उसने फरहान को भी भेजा। जिसके बाद फरहान ने उसे वायरल करने की धमकी दी और संबंध बनाने का दबाव बनाया। उसने पीड़िता को बहाने से अबरार के घर बुलाया, जहां कथित तौरपर उसे जबरदस्ती नशा करवाया गया। फिर फरहान ने उसके साथ पहले मारपीट की फिर रेप किया। उन्होंने इस पूरे वाकये का वीडियो बना लिया। इसके बाद दोनों बहनों ने कॉलेज जाना बंद कर दिया।
पीड़ित लड़कियों ने डर के मारे ये बात किसी को नहीं बताई। मामले की जानकारी एक युवक के जरिये मिली, जो पीड़िता को जानता था। पीड़ित लड़की ने एक दिन उससे बात करते हुए ये बातें बताई। युवक ने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। इसके बाद पुलिस ने पहले पीड़िता की कई दिनों तक काउंसलिंग की जब उसे यकीन हो गया कि उसकी पहचान उजागर नहीं होगी, तब उसने FIR दर्ज करवाई।
इसके बाद पुलिस ने पहले गुपचुप तरीके से सभी आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की। सबसे पहले उनके फोन जब्त किए ताकि पकड़े जाने से पहले आरोपी वीडियो न वायरल कर दें। आरोपी फरहान खान, साहिल खान, अली और साद खान को गिरफ्तार किया जा चुका है। नबील और अबरार नाम के दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
साहिल एक डांस क्लास भी चलाता था। वो लड़कियों को वहां बुलाकर उन्हें घुमा फिराकर उन्हें पहले भरोसा दिलाता था। फिर मौका मिलने के बाद उन्हें नशीली दवाएं देता था। बलात्कार करके वीडियो बना लेता था। फिर उन्हें अपने दोस्तों से मिलवाता था, जो उनके साथ बलात्कार करते थे। आरोपियों ने पीड़िताओं को नशीली दवाएं देकर, अश्लील वीडियो दिखाकर और चाकू की नोक पर बलात्कार किया। वे पीड़िताओं को ब्लैकमेल करके अन्य लड़कियों से मिलवाने के लिए मजबूर करते थे।
पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता, पॉक्सो एक्ट, आईटी एक्ट और मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत तीन जीरो एफआईआर दर्ज की हैं। विशेष जांच दल का गठन किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन से कई अश्लील वीडियो बरामद किए हैं, जिनमें पीड़िताओं के साथ अत्याचार के सबूत हैं। पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
जब आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, तो वकीलों ने उनकी जमकर पिटाई की। पुलिस ने मुश्किल से आरोपियों को बचाया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गई।
यह मामला सामने आने के बाद समाज में आक्रोश है। लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सामाजिक संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने पीड़िताओं को न्याय दिलाने और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।