देश में एक बार फिर श्रद्धा वॉकर हत्याकांड जैसी वारदात को अंजाम दिया है। मुंबई के पास मीरा रोड (Mira Road Murder) के गीता नगर इलाके में लिव-इन-पार्टनर की बेहरमी से हत्या करने वाली घटना आमने आई है। आरोपी मनोज साने की उम्र 56 साल है । और वह अपनी 32 साल की लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैध के साथ गीता नगर फेज-7 स्थित गीता आकाशदीप बिल्डिंग में फ्लैट नंबर 704 में रहता था। जहां उसने अपनी लिव –इन पार्टनर सरस्वती वैध की हत्या कर दी ।और बाद में उसके शव के 20 से ज्यादा टुकड़े कर उसे कुकर में उबाल कर ठिकाने लगाने लगा। दो तीन दिनों से उसके घर से बदबू आ रही थी। जिसकी शिकायत पड़ोसीयों ने पुलिस में की। जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
2014 में मिले थे दोनों ,अनाथ थी सरस्वती।
आरोपी ने बताया की सरस्वती अनाथ थी,और वह बोरिवली में राशन की दुकान पर काम करती थी। 2014 में दोनों की मुलाकात बोरिवली में राशन की दुकान पर हुई थी। और दोनों इसी दुकान पर एक साथ काम करते थे। यही से दोनों ने अपनी पहली डेटिंग शुरू की थी। जिसके बाद से फिर दोनों साथ रहने लगे। आरोपी मनोज साने ने शादी नहीं की थी। उसका बोरिवली में अपना घर भी है जहां उसका पुरा परिवार रहेता है, परंतु वो अपने परिवार से अलग रहेता था।
फ्लैट में मिला ब्लैक बोर्ड जीस पर लिखे थे गणित के फॉर्मूले।
अधिकारी की पूछताछ के दौरान आरोपी मनोज ने बताया की सरस्वती एसएससी 10वी कक्षा की परीक्षा की तयारी कर रही थी। और आरोपी मनोज साने उसे गणित पढ़ाता था। अधिकारी ने बताया की फ्लैट की 7वी मंजिल पर उन्हे आरोपी के घर की दीवार पर बोर्ड मिला, जी पर गणित के फॉर्मूले लिखे हुए थे।
पूछताछ में दो तरह की बाते सामने आई।
आरोपी की गिरफ़्तारी के बाद, पुलिस ने जब आपरोपी से पूछताछ की तो आपरोपी ने अपनी सफाई में कहा की सरस्वती वैध ने 3 जून को ही आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में उस पर किसी प्रकार की कारवाही न हो, उसे बचने के लिए उसने शव के एलेक्ट्रॉनिक ट्री कटर से अंगिनीत टुकड़े कर उसे कुकर में उबाल कर ठिकाने लगाने लगा। पूछताछ में कई हैरान करने वाली बाते सामने आई है, आरोपी का कहना है की सरस्वती वैध उसकी बेटी जैसी थी। कभी भी उसने फिजिकल रिलेसन नहीं बनाया। साथ ही पूछताछ में आरोपी ने खुद को( HIV) एचआईवी पॉजिटिव होने का दावा किया है। हालांकि अभी तक इस पर किसी प्रकार की कोई भी जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं है। जिससे साने की बताई गई बाते सच साबित हो सके । आरोपी के द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर आरोपी कि छानबिन की जारही है ।
मेडिकल एक्सपर्टस की मदद ले रही है, पुलिस जांच में।
इस मामले में अब पुलिस मेडिकल एक्सपर्ट मदद ले रही है, और यह जान ने की कोशिश कर रही है की सरस्वती वैध के शरीर के कौन कौन से हिस्से नहीं है। आरोपी के पास से एक इलेक्ट्रॉनिक कटर भी मिली है जिससे आरोपी ने सरस्वती के शव के अंगिनीत टुकड़े किए थे। शव के टुकड़े रसोई में देख पुलिस भी हैरान रह गई।
कोर्ट ने 16 जून तक आरोपी को भेजा पुलिस हिरासत में।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR में आईपीसी की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया है । मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस के डीसीपी जयंत बजबाले ने कहा की ,आरोपी को ठाणे की एक कोर्ट में पेश किया गया था। जिसके बाद कोर्ट ने उसे 16 जून तक पुलिस हिरासत में रखने को कहा। वरिष्ट अधिकारी ने कहा, साने से पूछताछ के दौरान सामने आया की उसे 2008 से एचआईवी की बीमारी है। और तब से वह अपनी इस बीमारी का इलाज करवा रहा है।