क्रिकेट जेंटलमेंन गेम के साथ साथ नंबर्स का भी गेम है। किसने कितने रन बनाए? कितने रन पर कौन सी टीम सिमटी? कितने रन का टारगेट मिला? कितने रन से जीत मिली? ये सारे नंबर अहम होते हैं। मल्टीनेशनल टूर्नामेंट और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में तो ये गणना दशमलव तक चली जाती है। नेट रनरेट के आधार पर पता लगता है कि कौन सी टीम आगे जाएगी और किसका सफर यही खत्म हो जाएगा। ऐसा ही एक दिलचस्प आंकड़ा टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच देखने को मिल रहा है। वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबलों मे जब भी ऑस्ट्रेलिया और भारत की भिड़ंत हुई है और भारत हारा है… वो 234 के आंकड़े मे ही हर बार फंसा है। आइए जानते उन मुकाबलों के बारे मे जिनमे ऐसा हुआ है।
WTC Final मे भारत को हराकर कंगारू टेस्ट चैंपियन बन गए.. फाइनल की चौथी पारी मे भारत 234 रन ही बना पाया और टीम ने ऑलआउट हो कर मैच गंवा दिया। उसके बाद साल 2003 वर्ल्डकप मे भारत-ऑस्ट्रेलिया फिर आमने-सामने आए। कंगारुओं ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 359 का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में टीम इंडिया 234 रन पर ही सिमट गई और वर्ल्डकप जीतने से चूक गई। फिर आया साल 2015 का वर्ल्डकप… इस बार भी अपने घर में खेल रहे कंगारुओं ने नॉकआउट मुकाबले में भारत को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 328 रन बनाए। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बार भी टीम इंडिया 234 रन पर ही सिमटकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। तो इस 234 का आंकड़े का इंडियन टीम के साथ 36 का आंकड़ा जारी है।