नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में कई बड़े बदलाव होने के आसार हैं। ऊटी में हुए कार्यक्रम में बातचीत हो गई थी… अब कुछ महीनों बाद ऐलान होने वाला है। डंडे की जगह दंड नजर आएगा। लट्ठ को छड़ी से तब्दील किया जा रहा है। साइज और वजन कम होगा। अब तक ताकत और जोश की बातें होती थीं, लेकिन अब बौद्धिक तैयारी और ट्रेनिंग करवाई जाएगी।इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कह रही है कि 13 से 15 जुलाई के बीच ऊटी में जो कार्यक्रम हुआ था, वहां सलाह-मशविरे के बाद कई बदलाव पर सहमति बन गई है। साल के आखिर में होने वाले केंद्रीय कार्यकारी मंडल कार्यक्रम में ऐलान हो सकता है।
कार्यक्रमों का नाम बदलेगा
संघ के सालाना कार्यक्रमों के नाम और अवधि में भी बदलाव होगा। पहले साल में होने वाला ट्रेनिंग कार्यक्रम बीस दिन और दूसरे-तीसरे साल होने वाले सेशन की अवधि 25 दिन होती थी, जिसे अब 15 और 20 दिन करने की तैयारी है। पहले साल के कैंप को संघ शिक्षा वर्ग नाम दिया जाएगा, जबकि दूसरे और तीसरे साल वाले को कार्यकर्ता विकास शिविर कहा जाएगा।डंडा, जो कि पांच फुट से भी बड़ा और भारी होता था, अब तीन फुट का हो जाएगा। वजन भी घट रहा है। अब उसे छड़ी ही कहा जाएगा।
बौद्धिक ट्रेनिंग पर जोर
शारीरिक मजबूती पर हमेशा जोर दिया जाता था। अब बौद्धिक ट्रेनिंग को अहमियत दी जाएगी। इसमें योग, प्राणायम तो होंगे ही, विशेषज्ञों की मदद से मानसिक रूप से मजबूत रहने की ट्रिक भी सिखाई जाएगी। इस साल संघ शताब्दी वर्ष मना रहा है। इस बार दशहरे पर बड़ा जुलूस और कार्यक्रम किया जाएगा। शाखाओं में भी बढ़ोतरी होने वाली है। वर्चुअल मीटिंग के जरिये विदेश में काम कर रही शाखाओं को भी कार्यक्रम से जोड़ेंगे।