भोपाल। मध्यप्रदेश सभा चुनाव में अटकलें भले ही लगाई जा रही हों कि सत्ता परिवर्तन होने के आसार हैं ,लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि भाजपा आज भी उतनी ही मजबूत है जितनी कि पहले थी। इस बार स्थिति और अच्छी भी हो सकती है क्योंकि गृहमंत्री अमित शाह ने मोर्चा अपने हाथ में ले रखा है। 15 अगस्त के दिन खास रिपोर्ट कार्ड जारी करने वाले हैं। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कामयाबियों का जिक्र तो होगा ही ,कांग्रेस की गलतियां भी कि नहीं जाएंगे।
नौ और उन्नीस साल वाला फॉर्मूला
मध्यप्रदेश के चुनावी मैदान में भाजपा ‘मोदी-शिवराज’ के दम पर ही उतरने वाली हैं। प्रधानमंत्री ने देश के लिए नौ साल में और मुख्यमंत्री शिवराज ने मध्यप्रदेश के लिए 19 साल में जो कुछ किया है, उन कामयाबियों को शॉर्टलिस्ट करके रिपोर्ट तैयार की गई है। गृह मंत्री अमित शाह रिपोर्ट जारी करेंगे… उसी के आधार पर घोषणा-पत्र तैयार होगा। जो जरूरतें और वादे अधूरे रह गए हैं, उनकी बात होगी।
शाह के इस रिपोर्ट-कार्ड के आधार पर ही टिकट बंटेंगे और भाजपा का चुनावी-नारा भी तय होगा। मध्यप्रदेश चुनाव में केंद्र सरकार की कामयाबियां भी गिनाई जाएंगी। इस नए रिपोर्ट-कार्ड की खूबी यह भी है कि खुद की अच्छाइयां तो गिनाई हैं, लेकिन कांग्रेस की कमियां भी याद दिला रहे हैं। कमलनाथ सरकार के पंद्रह महीनों के गड्ढे ढूंढ-ढूंढ कर रिपोर्ट में शामिल किए गए हैं।
ये है शाह की तैयारी
पंद्रह अगस्त को उस कार्यक्रम में रिपोर्ट-कार्ड जारी होगा, जिसमें सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी शामिल होंगे। प्रदेश के बुद्धिजीवियों से भी शाह बात करने वाले हैं। सरकार में शामिल नेताओं से ज्यादा संगठन कार्यकर्ताओं को तवज्जो देने का इशारा भी दिल्ली से हुआ है। कुछ दिन पहले शाह के घर पर बैठक हुई थी। वहीं ये सब तैयारियां हुई हैं। उनका रिपोर्ट-कार्ड प्रदेश के हर इलाके में भेजा जाएगा। एक-एक कार्यकर्ता को ट्रेनिंग भी देंगे कि वोटरों को कैसे और क्या-क्या समझाना है।