जानिए अब तक का पूरा घटना क्रम
धर्मिक नागरी उज्जैन से दरिंदगी की एक ऐसी खबर सामने आई जिससे हर किसी का दिल दहल जाएगा । मामला महाकाल थाना क्षेत्र का है जहा 15 साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत की गई । दुष्कर्म का शिकार मासूम मदद की गुहार लगाते हुए गयाल अवस्था मे कॉलोनियों में ढाई घंटो तक 8 किलो मीटर भटकती रही। तब कही बड़नगर रोड स्थित दड़ी आश्रम तक पहुँचने पर वहा के एक आचर्य राहुल शर्मा ने उसकी मदद की। जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने दुष्कर्म की पुष्टि की। पुलिस ने मामले मे फुर्ती दिखते हुए मुजरिम को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे पकड़ाया आरोपी ?कैसे पकड़ाया आरोपी ?
मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने अपराधी तक जल्द से जल्द पहुँचने के लिए करीब सौ से ज्यादा लोगों से पूछताछ की और 700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, तब जा कर पुलिस आरोपी की पहचान कर पाई । मुखबिर की सूचना पर मासूम को अपने साथ ले जाने वाले ऑटो चालक भरत को 28 सितंबर को गिरफ्त में लिया गया। एसआईटी सदस्यों ने भरत से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया ।
भागने की कोशिश मे जख्मी हुआ दरिंदा
घटना का क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए पुलिस आरोपी को जीवन खेड़ी ले गई थी। जहा से मासूम के कपड़े और चप्पल बरामद हुए। इस दौरान आरोपी भरत ने पुलिस जवानों को धक्का दिया। वह मौके से भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने पकड़ने का प्रयास किया तो आरोपी ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव से पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को चोटें आई हैं। आरोपी भागने के दौरान गड्डे में गिर गया, जिससे उसे भी चोट आई है। पुलिस ने आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है ।
सतना की रहने वाली पीड़िता
पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि पीड़िता प्रयागराज उ.प्र. की रहने वाली है। लेकिन सामने आई ताज़ा जानकारी मुताबिक बच्ची सतना की रहने वाली है और जैतवारा थाने में 25 सितंबर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।
बताया जा रहा है की लड़की 24 सितंबर को घर से गायब हुई थी और ट्रेन से 25 सितंबर की देर रात 3 बजे उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंची।
सुनसान इलाके मे ले जाकर दिया घटना को अंजाम
माना जा रहा है की आरोपी ने स्टेशन के बाहर से लड़की को अपने ऑटो में बैठाया था। जहा से वो उसे जीवन खेड़ी ले गया और यहां सुनसान इलाके में उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। फिर बच्ची की वहीं छोड़कर भाग गया। इस बीच राकेश नामक एक ऑटो चालक ने उसे अपने ऑटो में बैठाकर लिफ्ट दी और हाटकेश्वर कॉलोनी के बाहर छोड़ दिया।
उज्जैन कांड के अपरोपी पर सीएम को आया गुस्सा!
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को बयान देते हुए कहा की उज्जैन में मासूम बिटिया के साथ जघन्य अपराध करने वाला आरोपी पकड़ा गया है। वह उज्जैन का ही है। उसे कठोरतम दंड दिया जाएगा। हम कसर नहीं छोड़ेंगे, अपराधी को कड़ी सजा दिलाएंगे। मैं लगातार हर घंटे स्थिति पता कर रहा था।इस तरह के अपराधी समाज में रहने के लायक नहीं है। उसने मध्यप्रदेश की आत्मा को घायल किया है। बेटी मध्यप्रदेश की है। उसकी हर तरह से हम चिंता करेंगे। वो मेरी बेटी है, मध्यप्रदेश की है। मैं चिंता करूंगा।
प्रियंका गांधी ने सरकार पर साधा निशाना
मामले पर काँग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने शिवराज सरकार को निशाने पर लेते हुए ट्वीट कर कहा – ‘भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, लेकिन मदद नहीं मिल सकी’। ये है मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फायदा है? अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती।
पीड़ित से मिलने पहुंचे सुरजेवाला को अस्पताल के गेट पर रोका
कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला शुक्रवार को दुष्कर्म पीड़िता से मिलने एमटीएच अस्पताल पहुंचे।बच्ची की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने किसी को भी उससे मिलने नहीं दिया।जिसके बाद सुरजेवाला ने डॉक्टर से दुष्कर्म पीड़िता के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मीडिया से चर्चा करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उज्जैन की घटना दिल्ली के निर्भया कांड से भी बड़ी है। आरोपी ने अमानवीय तरीके से अपराध किया।पीड़िता को बचाने के लिए डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया है उसे ठीक होने में कम से कम 4 हफ्ते लगेंगे।
बाबा महाकाल से टीआई को मिली प्रेरणा
मामले की जांच कर रहे महाकाल थाने के टीआई अजय वर्मा ने पीड़िता को गोद लेने का फैसला। वह बच्ची की लिखाई-पढ़ाई का जितना भी खर्चा होगा उठाएंगे। उन्होंने बताया की मैंने जब बालिका को देखा तो बेहद दुखी हुआ। सोचने लगा कि इसके साथ ऐसा कैसे हो गया। बाबा महाकाल से प्रार्थना की। उन्हीं से प्रेरणा मिली। भगवान से प्रार्थना करता हूं कि ऐसा किसी के साथ न हो। बालिका की पढ़ाई, विवाह आदि में जो भी खर्च होगा, मैं करूंगा। भगवान महाकाल मुझे इतना सामर्थ्य दें कि अपना वचन निभा सकूं।