विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ अपनी बातचीत के दौरान निज्जर मुद्दे के संदर्भ में कहा कि भारत उन आरोपों पर गौर करने के लिए तैयार है।
मंत्री ने कहा कि कनाडा भले ही निजी और सार्वजनिक दोनों ही दृष्टिकोण से जो आरोप लगा रहे थे वह हमारी नीति के अनुरूप नहीं था। और यदि उनके और उनकी सरकार के पास कुछ भी प्रासंगिक और विशिष्ट है तो वे चाहेंगे कि हम उस पर गौर करें। जयशंकर ने कनाडा के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का विस्तार हिंसा भड़काने तक नहीं होना चाहिए।
शुक्रवार को वाशिंगटन डीसी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, जयशंकर ने कहा, “हम एक लोकतंत्र हैं। हमें अन्य लोगों से यह सीखने की जरूरत नहीं है कि स्वतंत्रता क्या होती है भाषण के बारे में है, लेकिन हम लोगों को यह बता सकते हैं,हमें नहीं लगता कि भाषण की स्वतंत्रता हिंसा को उकसाने तक फैली हुई है। हमारे लिए, यह स्वतंत्रता का दुरुपयोग है, यह स्वतंत्रता की रक्षा नहीं है”।
भारत ना गैर-पश्चिमी, पश्चिम-विरोधी नहीं: एस जयशंकर
अमेरिका में ‘न्यू पैसिफिक ऑर्डर में भारत की भूमिका’ विषय पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ”भारत गैर-पश्चिमी है, पश्चिम-विरोधी नहीं.” उन्होंने कहा कि आज हम जिस दुनिया में रहते हैं वह काफी हद तक पश्चिमी निर्मित है लेकिन पिछले 80 वर्षों में इसमें बदलाव हुए हैं। उन्होंने ये highlight किया कि जी20 सूची इन बदलावों को समझने का सबसे आसान तरीका है।
जयशंकर ने ये भी बताया कि उन्होंने इस बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से भी बात की है।