कुछ महीनों पहले अभिनेता शाहिद कपूर की फर्जी नाम की एक वेब सीरीज आई थी। जिसमे रातों रात अमिर बनने के लिए हीरो निकली नोट छापना शुरू कर देता है। कुछ इसी प्रकार की कहानी इंदौर से भी सामने आई है। इस शो को देखकर इंदौर के एक युवक ने इसकी कहानी को असल ज़िंदगी मे आजमाने की ठान ली और अन्नपूर्णा क्षेत्र मे कुछ युवा साथियों के साथ मिलकर नकली नोट छापने का गिरोह शुरु कर दिया। यह लोग पिछले कई समय से लाखों के नकली नोट छापकर मार्केट में खपा रहे थे। इस मामले की भनक लगते ही पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 5 आरोपियों को अपनी गिरफ्त मे ले लिया। मुजरिमों के पास से चार प्रिंटर, डेढ़ लाख के नकली नोट और करीब 50 लाख रूपये के कागज मिले।
Youtube से सीखा नकली नोट छापना
इस मामले मे पुलिस ने राजेश उर्फ अशोक पुत्र टेकचंद बारबड़े, गणेश पुत्र कन्हैयालाल ,विक्रम पुत्र भागचंद्र ,प्रेयस पिता चंद्रशेखर और प्रवीण पुत्र झाम सिंह को गौरव पुत्र पूनम जैन निवासी सुदामा नगर की शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया है और इनके साथी और छठे आरोपी की तलाश भी जारी है। पुलिस की पूछताछ मे यह सामने आया है की आरोपी राजेश ने शाहिद कपूर की फिल्म फर्जी देखकर यह काम करना शुरू किया था। उसने बी.कॉम तक पाड़ाई कर राखी है और वह नौकरी नहीं मिलने से परेशान था जिसके चलते उसने Youtube से नोट छापना सीखा।
मार्केट मे चला चुके है लाखों के नकली नोट
आरोपियों के द्वारा छापे गए नकली नोट हुबाहु असली नोटों की तरह दिखते है। पहले यह लोग स्टांप पेपर से नकली नोट छापते थे, फिर शादियों के कार्ड वाले पेपर पर नोट छापना शुरू किया। पुलिस की पूछताछ मे आरोपियों ने बताया की वह अब तक मार्केट मे करीब 25 से 30 लाख रुपए के नकली नोट चला चुके हैं। 100 ,200 व 500 के कुल डेढ़ लाख आरोपियों के पास से बरामत किये गए है। पहले बदमाश 2000 के नोट भी छापा करते थे लेकिन 2000 के नोट बंद होने की घोषणा के बाद इस उस पर रोख लगा दी थी।
आरोपी के पास से मिला मृत्यु प्रमाण पत्र
मामले के मुख आरोपी राजेश के पास से पुलिस को दो ID मिली है। आरोपी इंदौर मे अपनी पहचान बदलकर रह रहा था। यहां पर वह अशोक चौहान के नाम से फर्जी आईडी बनवाकर रह रहा था उसने इस नाम पर खाता भी खुलवा रखा था। जिससे वह नकली नोटों के कारोबार से कमाया हुआ रुपयों का लेनदेन करता था। आरोपी का आसल नाम राजेश बारबड़े नाम है और 2020 में उसने खुद को बिहार में मृत साबित कर फर्जी मृत्यु सर्टिफिकेट तैयार करवाया था और इंदौर आगया था।