इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का आज पांचवा दिन है। पिछले पांच दिनों से चल रहे इस युद्ध में दोनों देशों की तरफ से कम से कम 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही जारी जंग में हमास ने गाजा में 100 से ज्यादा इजरायली सैनिकों और आम लोगों को बंधक बनाकर रखा है। वही कल इजराइल ने गाजा सीमा को सुरक्षित करते हुए हमास के 1500 आतंकियो के साथ 475 रॉकेट सिस्टम और 73 कमांड सेंटर को भी किया ध्वस्त। हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर अचानक जो भीषण हमला किया है,यह हमला कई दशकों में पहली बार हुआ है।
बाइडेन ने कही थी ये बात
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इजराइल के समर्थन की बात कही ,उन्होंने कहा कि अमेरिका इज़राइल के साथ खड़ा है, वहां एक हजार से ज्यादा लोगों की हत्या कई और युवाओं को मारा गया है. काफी लोग हैं जो अपने परिवारों की लाशों का इंतेजार कर रहे हैं. दुनिया के हर देश को इस तरह के आतंकी हमले का खिलाफ जवाब देने का अधिकार है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आज 11 अक्टूबर को इजरायल के दौरे पर पहुंच सकते हैं। उन्होंने अपने इजराइल दौर को लेकर पहले ही अंदेशा दे दिया था।
अमेरिका ने मिसाइल और हथियार भेज कर की मदद
अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए अपने खतरनाक हथियार,गोला-बारूद और कई सैनिक भेजे हैं। अमेरिकी गोला-बारूद से लैस प्लेन और गेराल्ड आर फोर्ड युद्धपोत इजरायल पहुँच चुका है। हथियारों को ले जाने वाले इस अमेरिकी विमान में बेहद हाइटेक गोला-बारूद हैं,जिसने मंगलवार शाम अमेरिका से उड़ान भरकर देर रात इजरायल के नेबातिम एयर बेस पर लैंडिंग की। हालांकि अमेरिका ने यह गोला-बारूद ऐसे समय की तैयारी के लिए भेजा है,जब इजराइल को लगे की अब हमास पर इन मिसाइलों से युद्ध करने की जरूरत है।
नेतन्याहू ने कही यह बात
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को हमास को कड़ी चेतावनी देते हुए एक वीडियो मैसेज जारी किया। इसमें नेतन्याहू ने साफ-साफ एलान कर कहा कि इजरायल ने युद्ध को शुरू नहीं किया है, लेकिन इसे खत्म हम करेंगे। हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तहत इजराइल ने 3,00,000 सैनिक जुटाए हैं। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल कभी भी इस तरह का युद्ध नहीं चाहता था।
हथियार और मिसाइले
आपको बता दे की इजराइल और हमास के बीच हो रहे युद्ध में अमेरिका ने कुछ हथियार और मिसाइले भेजी है जो इजराइल को युद्ध में काफी मदद देगी। आपको बता दे की अमेरिका की और से आए मिसाइल और हथियारो में नौसेना का विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड (सीवीएन 78) शामिल हैं। सहायता विमानों के 8 स्क्वाड्रन और टिकोनडेरोगा क्लास गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस नॉर्मंडी (सीजी 60), मिसाइल विध्वंसक यूएसएस थॉमस हडनर (डीडीजी 116), यूएसएस रामेज (डीडीजी 61), यूएसएस कार्नी (डीडीजी 64), और यूएसएस रूजवेल्ट (डीडीजी 80) और आर्ले बर्क क्लास गाइडेड मिसाइल भी शामिल हैं। जरूरत पढ़ने पर इजराइल लड़ाकू स्क्वाड्रनों को बढ़ाने के लिए अमेरिकी वायु सेना के एफ-15, एफ-16 और ए-10 से भी युद्ध करेगी।