भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे शुभमन गिल बीमारी के कारण टीम के पहले दो विश्व कप मैचों में नहीं खेल पाए थे। लेकिन पाकिस्तान से होने वाले मुक़ाबले के लिये वो टीम से जुड़ चुके है और प्रैक्टिस करते भी नज़र आए। सब उम्मीद कर रहें है कि गिल उस मुकाबले मे खेलते हुए नजर आयेंगे। अहमदाबाद के मैदान मे गिल को खेलने का काफी अनुभव है। क्यूंकि IPL मे यही उनका होम ग्राउण्ड भी है। शुभमन ने काफी जल्दी रिकवरी की है जिसमें उनके mentor युवराज सिंह का भी अहम रोल रहा है। हर क्रिकेटर का एक मेंटर होता है और युवराज सिंह उसी मेंटर की तरह हैं, जो अब क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन भले ही शुबमन गिल और युवराज के बीच कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है, लेकिन युवराज, शुबमन गिल के बड़े भाई की तरह हैं और उन्होंने क्रिकेट के मामले में काफी मदद की है। युवराज एक गुरु की तरह थे जो शुबमन गिल के साथ क्रिकेट का बहुत अभ्यास करते थे और जब वे एक साथ नेट अभ्यास करते थे, तब युवराज सिंह भी सबसे बड़े आलोचकों में से एक थे जब शुबमन गिल कोई खराब शॉट खेलते थे। तो आप कह सकते हैं कि शुबमन गिल अपनी सफलता के लिए युवराज सिंह के बहुत आभारी हैं और अब जब शुबमन गिल को सफलता मिलनी शुरू हो गई है, तो उन्हें युवराज सिंह को और अधिक सार्वजनिक रूप से स्वीकार करना चाहिए। निःसंदेह जब खिलाड़ियों की बात आती है तो एक सलाहकार की भूमिका मिश्रित होती है और जबकि कई खिलाड़ियों को एक अच्छे सलाहकार की आवश्यकता होती है, उनमें से कई को थोड़े से समर्थन की आवश्यकता होती है। शुबमन गिल पहले से ही एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज थे और वह पहले ही भारत के लिए घरेलू मैचों में अपनी योग्यता दिखा चुके हैं। हालाँकि, ये अभी भी उनके लिए शुरुआती दिन हैं और उन्हें अभी लंबा रास्ता तय करना है। लोग उन्हें विराट कोहली का उत्तराधिकारी कहने लगे हैं लेकिन उन्हें अगला विराट कोहली बनने के लिए अपने करियर में अभी लंबा सफर तय करना है। गिल की जिंदगी में युवराज किसी बड़े भाई से कम नहीं हैं। 23 वर्षीय खिलाड़ी ने समय-समय पर उस भूमिका पर जोर दिया है जो युवराज ने अपने करियर में निभाई है, क्योंकि कुछ साल पहले उन्होंने पंजाब की घरेलू टीम के लिए एक-दूसरे के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था।
बीमार गिल को युवराज ने किया मोटिवेट
कैंसर से जूझते हुए भारत की 2011 विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज अस्वस्थ होने पर क्रिकेट खेलने की चुनौतियों को समझते हैं। उन्होंने अपना अनुभव साझा किया और उम्मीद जताई कि गिल फिट होंगे और भारत-पाकिस्तान मुकाबले में भाग लेने के लिए तैयार होंगे।
युवराज ने क्या कहा
‘शुभमन गिल को मैंने तगड़ा कर दिया है। मैंने उनसे कहा, मैं कैंसर से लड़ते हुए वर्ल्ड कप खेल रहा था। मैं टीम के लिए जल्दी रेडी हो गया था। उम्मीद करता हूं वो भी इंडिया-पाकिस्तान के लिए तैयार रहेंगे।जब आपको बुखार हो, डेंगू हो, तब क्रिकेट खेलना बहुत मुश्किल होता है। मैंने ये अनुभव किया है। इसलिए मैं उम्मीद करता हूं कि अगर वो फिट हो जाते हैं, तो वो ज़रूर खेलेंगे।’