अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण लगभग पुरा हो ही गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने बताया कि न्यास ने विदेशी चंदा अधनियम के तहत दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लोगों की ओर से जमा किए गए चंदा को स्वीकार करने की इजाजत के लिए आवेदन दिया था। जिसे अब गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि यह धन Delhi के भारतीय State bank की मुख्य शाखा में न्यास के bank खाते में जमा कराया जा सकता है।
क्या है FCRA, ACT
FCRA, एक ACT है। जिसे साल 1976 में एक केंद्र सरकार की ओर चालू किया गया था। इस ACTको विदेशी funding की निगरानी के लिए बनाया गया था। हालंकी साल 2010 में कुछ बदलाव भी किए गए। जिसके बाद साल 2015 में गृह मंत्रालय ने इससे जुड़े नए नियम जारी किए जिसके तहत NGO या Trust को यह वादा करना होता है कि विदेशों से जितना भी fund देश में आएगा, उससे एक देश से दूसरे देश के संबंधों पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़े।
गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी
गृह मंत्रालय ने एक post में कहा की ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को भारत सरकार के गृह मंत्रालय के FCRA,विदेशी योगदान विनियमन विभाग द्वारा विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम 2010 के तहत स्वैच्छिक योगदान प्राप्त करने के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। आपको बता दें कि साल 2024 में 16 से 24 जनवरी के बीच राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम पूरे सात दिनों तक चलेगा और आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम लला के दर्शन करेंगे। इसके बाद से आम श्रद्धालु भी मंदिर जाकर राम लला के दर्शन कर पाएगें।
सिर्फ भारतीय state bank में ही जमा कर सकते है
गृह मंत्रालय ने कहा, कि विदेशो से प्राप्त होने वाला चंदा या किसी भी प्रकार कि योगदान राशि सिर्फ भारतीय state bank की 11, संसद मार्ग, नई delhi -110001, में जो मुख्य शाखा है उन्ही खाते से ही स्वीकार किया जायगा,किसी अन्य खाते से नहीं।
अब तक कितना आ चुका है दान?
मंदिर के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने मीडिया को बताया कि ट्रस्ट को देशभर में लोगों और अलग-अलग संगठनों से दान के रूप में अब तक 3200 करोड़ से ज्यादा रुपए मिल चुके हैं। गोविंद देव गिरि का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए विदेशों में रह रहे भारतीयों ने भी दान इकट्ठा किया है।