प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र में एक साथ 511 प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों का शुभारंभ करेंगे। दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन के नाम पर ये कौशल विकास केंद्र महाराष्ट्र के 34 ग्रामीण जिलों में स्थापित किए जा रहे हैं। PMO के अनुसार, ये केंद्र ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
ये कौशल विकास केंद्र युवाओं को रोजगार के लिए गांवों से शहरों की ओर पलायन करने से रोकने में मदद करेंगे, भविष्य में ऐसे केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
अब तक महाराष्ट्र की 28 हजार ग्राम पंचायतों में कोई कौशल विकास केंद्र नहीं था। कौशल विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद महत्वपूर्ण विषय है।
पीएमओ ने कहा, “प्रत्येक केंद्र कम से कम दो व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में लगभग 100 युवाओं को प्रशिक्षित करेगा। इन केंद्रों की स्थापना से क्षेत्र को अधिक सक्षम और कुशल जनशक्ति विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल करने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन को पीएम मोदी द्वारा विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर 2015 में आधिकारिक रूप से प्रारंभ किया गया था। इस मिशन को कौशल प्रशिक्षण गतिविधियों के संदर्भ में क्षेत्रों और राज्यों में आगे बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है।
भारत आज एक ऐसा देश है जहां 65% युवा कामकाजी आयु वर्ग में हैं। यदि कभी इस जनसांख्यिकीय लाभ को प्राप्त करने का कोई तरीका है, तो यह युवाओं के कौशल विकास के माध्यम से होगा ताकि वे न केवल अपने व्यक्तिगत विकास में, बल्कि देश की आर्थिक वृद्धि में भी योगदान दें।
कब और क्यूं शुरू किया गया ये मिशन
सरकार द्वारा वर्ष 2015 में कौशल भारत मिशन की शुरुआत की गई, जिसके तहत मुख्य रूप से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य वर्ष 2022 तक भारत में 40 करोड़ से अधिक लोगों को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण देना है और समाज में बेहतर प्रदर्शन और सम्मान के लिए भारतीय युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करना है। विकास कौशल एवं उद्यमिता मंत्रालय के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा PMKVY का कार्यान्वयन किया गया है।