India vs Bangladesh, ICC World Cup 2023 का 17वां मैच, Pune के MCA Stadium में खेला गया Bangladesh ने पहले बैटिंग करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 256 रन बनाए और Bangladesh की ओर से नसुम अहमद 42वां ओवर लेकर आए। मैच भारत के नाम रहा लेकिन विराट के शतक से पहले Richard Kettleborough द्वारा WIDE बॉल न देने के निर्णय पर सवाल उठ रहे हैं। कुछ फैन्स को लगा कि यह गेंद वाइड देनी चाहिए थे, लेकिन अंपायर Richard Kettleborough ने ऐसा नहीं किया। साथ ही एक ऐसी प्रतिक्रिया दी जिसने उन्हें अब भारतीय प्रशंसकों के बीच उन्हें आकर्षण का केंद्र बना दिया है। भारतीय प्रशंसक Kettleborough के फैसले और उसके बाद उनके चेहरे पर आई प्रतिक्रिया से इतना खुश हैं कि उनके लिए ‘भारत रत्न की मांग’ तक कर दी है।
Richard Kettleborough कौन हैं?
Richard Kettleborough लेफ्ट हैंड के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज और स्टोन सीमर थे, जो कई सीज़न तक यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब के सदस्य थे और काफी समय तक किनारे बैठे रहे। उन्होंने अपना एकाधिकार शतक 1996 में लगाया, लेकिन अगले वर्ष, वह केवल तीन बार ही खेले। बाद में उन्होंने मिडलसेक्स के साथ अनुबंध किया, जहां स्टॉक एक्सचेंज के लिए एक पद उपलब्ध था।
Kettleborough के अंपायरिंग करियर की बात करें तो उन्होंने 112 टेस्ट मैचों के टीवी अंपायर और मैदानी अंपायरिंग की भूमिका निभाई है। जबकि 155 one day match में अंपायरिंग और टीवी अंपायर की भूमिका निभाई है। वहीं 51 T20 International Matches में भी अंपायरिंग कर चुके हैं। उन्हें ICC का ‘Umpire of the Year’ पुरस्कार भी मिल चुका है।
पहली बार सुर्खियों में नहीं हैं Richard Kettleborough
यह पहली बार नहीं है जब Kettleborough ने भारतीय प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित किया है। 2019 में one day world cup में भी सुर्खियों में आए थे। भारत टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने से एक कदम दूर था, लेकिन New Zealand ने भारतीय प्रशंसकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और 239 के काफी कम स्कोर का भी बचाव कर लिया। भारत के शीर्ष क्रम के ढह जाने के बाद रवींद्र जड़ेजा 59 गेंदों में 77 रनों की शानदार पारी खेली थी। मैच के अंत में एमएस धोनी पर सबकी नज़र थी, लेकिन वो रन आउट हो गए थे। मार्टिन गुप्टिल ने उनको रन आउट कर दिया था।
खास बता यह कि इस मैच में रिचर्ड केटलबरो लेग अंपायर के रूप में मैदान में खड़े थे, और उन्हें ही तय करना था कि धोनी आउट है, या नहीं। ऐसे में उन्होंने बुद्धिमानी का काम किया और कॉल को तीसरे अंपायर को रेफर कर दिया, साथ ही उन्होंने तेजी से सांस लेते हुए अपने चेहरे पर कुछ भावनाएं दिखाईं, जोकि चर्चा में रही थीं।