पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी दानिश कनेरिया एक बार फिर चर्चा में है, पाकिस्तान के कराची में जन्मे दानिश पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर हैं। उन्होंने कई मैचों में पाकिस्तान की जीत में अहम रोल निभाया है। दिलचस्प बात ये है कि दानिश उनके ही चाचा के बाद पाकिस्तान टीम से खेलने वाले मात्र दूसरे हिंदू धर्म के व्यक्ती थे।
दानिश की इस समय चर्चा क्रिकेट को लेकर नहीं, बल्कि एक हिंदू होने के नाते उन्हें पाकिस्तान में किस तरह के संघर्षों का सामना करना पड़ा इसके बारे में हो रही है।
दानिश कनेरिया ने टीवी समाचार चैनल आज तक को दिये गये एक इंटरव्यू मे उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम में एक हिंदू के रूप में अपने संघर्षों के बारे में विस्तार से बताया।
कनेरिया ने पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी और अन्य पाकिस्तानी क्रिकेटरों के खिलाफ अपने पुराने बयान दोहराए। कनेरिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर उनके साथ धार्मिक भेदभाव करने और उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने के प्रयासों का आरोप भी लगाया।
उन्होंने भारत, वर्तमान भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रशंसा की और सनातन धर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। दानिश कनेरिया ने कहा कि वह कट्टर सनातनी हैं और धर्म को सबसे ऊपर रखते हैं।
कनेरिया ने कहा, ”सबसे पहले, मेरे लिए सनातन धर्म में मेरी आस्था हर चीज से ऊपर है। सनातन धर्म से ऊपर कुछ भी नहीं है. भगवान राम मेरे जीवन की प्रेरणा हैं। भगवान राम कहते हैं कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए हर बार आवाज उठाओ। मैं कुछ भी गलत नहीं कर रहा हूं। मैं सिर्फ वो बातें बता रहा हूं जो यहां पाकिस्तान में लोगों के साथ हो रही हैं और मैं उन चीजों के बारे में बात करता रहूंगा। मैं यहां हो रहे गलत कामों के बारे में बताता रहूंगा।’
ऐसे बहुत से मामले हैं जो दर्ज ही नहीं हो पाते और ये चीजें सबके सामने खुलेआम हो रही हैं।” दानिश कनेरिया ने कहा, ”मैं एक सनातनी हूं। मेरा धर्म मुझे अपने एक हिंदू भाई और हिंदू समुदाय के लिए आवाज उठाना सिखाता है। यदि भगवान ने मुझे बोलने की शक्ति दी है तो मुझे उनके लिए बोलना ही होगा। मुझे अच्छा लगेगा अगर मेरे जैसे सभी लोग आवाज उठाएं।’ अगर भारतीय मीडिया इस मुद्दे पर आवाज उठाता है तो मुझे ठीक लगेगा, क्योंकि गलत को स्पष्ट रूप से गलत ही कहा जाना चाहिए।”