भारत कल सेमीफाइनल मैच जीतकर विश्व विजेता बनने से अब बस एक कदम दूर है लेकिन हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर छटनी की जो गाज गिरी है पूरा पाकिस्तान क्रिकेट जगत बौखलाया हुआ है। सिर्फ बौखलाया क्या हिन्दी के मशहूर मुहावरे ‘खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे की तर्ज़ पर पाकिस्तानी क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी कुछ भी बयान दिये जा रहे हैं।
पहले पूर्व-क्रिकेटर अब्दुल रज़्ज़ाक़ ने ऐश्वर्या राय बच्चन पर एक भद्दा कॉमेंट किया था, और अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पूर्व-चेयरपर्सन रमीज़ रज़ा सवालों के घेरे में हैं वजह है, एक नस्लवादी और महिला-विरोधी टिप्पणी पर हंसने के लिए। दरअसल रमीज़ जिस बात पर हंसे थे वो क्रिकेट लेजेंड विव रिचर्डस के रंग और भारतीय अभिनेत्री नीना गुप्ता के रिश्ते को लेकर उड़ाया गया था।
सिर्फ यही नहीं जैसे जैसे भारत की जीत का सिलसिला आगे बढ़ा, कुछ पाकिस्तानी क्रिकेटर्स और कॉमेंटेटर्स मे बेतुके बयान देने की होड़ सी लग गई। पहले गेंद बदलने की बात और DRS पर सवाल, फिर पिच बदलने की बात और अब टॉस को लेकर एक और बेतुका बयान। दरअसल, एक पाकिस्तानी क्रिकेट शो में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सिकंदर बख्त ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के टॉस करने के तरीके पर सवाल उठा दिया है। उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा टॉस के दौरान सिक्के को दूसरे कप्तानों की तुलना में काफी दूर फेंकते हैं और दूसरे टीम के कप्तान को सिक्का नहीं देखने दिया जाता। उन्होंने पूछा कि ऐसा करने का कोई खास कारण है क्या?
इसके अलावा हसन रजा नाम के पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने भी इंडियन टीम की जीत के बाद कई सवाल उठाए है। 2 नवंबर को श्रीलंका के खिलाफ भारत की जीत के बाद पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल पर एक लाइव शो में हसन ने कहा कि ICC की ओर से भारतीय बॉलर्स को दी जाने वाली गेंद की जांच होनी चाहिए। रज़ा ने कहा था,
“इस साल कई सारी चीजें इंडिया के फेवर में गई हैं। चाहे वो DRS हो या कुछ और मोहम्मद शमी और सिराज ये कैसी बॉलिंग कर रहे हैं।हम भी एक टाइम में खेला करते थे. तब बॉल रिवर्स स्विंग होता था।लेकिन यहां कुछ और ही हो रहा है. मुझे ऐसा लग रहा है कि बॉल बदल दी जा रही है। पता नहीं इनको ICC बॉल दे रहा है या BCCI दे रहा है। इसपर ICC को गौर करना चाहिए।”
रज़ा ने और क्या-क्या कहा?
हसन रज़ा के इस बयान की दुनियाभर में काफी आलोचना हुई. रज़ा के इस बयान से दिग्गज बॉलर वसीम अकरम भी खुश नहीं दिखे। उन्होंने एक टीवी शो के दौरान कहा,
“मैं पिछले कुछ दिनों से इसके बारे में सुन रहा हूं. मुझे इनकी बातें मजाक की तरह लग रही हैं। क्योंकि इनका दिमाग ठीक जगह पर नहीं है। आप खुद की तो बेइज्जती कराएंगे ही, अपने साथ हमारी भी पूरी दुनिया के सामने कराएंगे।”
भारत ने साउथ अफ्रीका को हराकर इस वर्ल्ड कप का सबसे तगड़ा मुक़ाबला जीत लिया। इस मैच में रविन्द्र जडेजा ने वैन डर डूसेन को आउट किया. उसके बाद रज़ा का बयान आया,
”मैंने भी हर लेवल का क्रिकेट खेला हुआ है और मुझे पता है कि क्रिकेट में चीजें कैसे होती हैं। जडेजा ने साउथ अफ्रीका के पांच प्लेयर्स आउट किए। वेन डर डूसें के खिलाफ जब DRS लिया गया। कोई लेफ्ट ऑर्म स्पिनर का बॉल लेग स्टंप पर गिरकर मिडिल स्टंप पर कैसे जा सकता है। वो गेंद बाहर जानी चाहिए थी। मेरा मानना है कि इन सब चीजों को चेक किया जाना चाहिए। DRS के साथ छेड़छाड़ की जा रही है,” ”इंडिया को हमेशा होम एडवांटेज दिया जाता है। साल 2011 वर्ल्ड कप में सईद अजमल की गेंद महान सचिन तेंडुलकर की पैड पर लगी थी. गेंद साफ मिडिल स्टंप पर लगती दिख रही थी। लेकिन जब सचिन ने रिव्यू लिया तो बॉल लेग स्टंप से बाहर निकल गई।”
हालांकि शोएब अख्तर, वसीम अकरम और वकार यूनुस जैसे कई दिग्गज पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने इन लोगों को चुप रहने की कई बार नसीहत दी लेकिन ये कहा मानने वाले, अगर बेतुके बयान देने का कोई वर्ल्ड कप होता तो पाकिस्तान जरूर उसका विश्व विजेता होता।