मुगल ए आज़म भारतीय फिल्म इतिहास पर लगी वो अमिट छाप है जिसे सदा के लिए याद रखा जाए। अपने वक्त में ऐसी कलाकारी, ऐसा कमाल कर दिखाने के लिए जितनी भी तारीफ इसके निर्माता या निर्देशक या कलाकार या फिर किसी भी विभाग से जुड़े व्यक्ति की की जाए, कम है। पर आखिर ऐसी क्या हुआ, ऐसी कौन सी चीजें हैं, जो इसे किसे epic के रूप में हमारे सामने लाती है, आइए ज़रा जानते हैं:
1) सबसे महंगा गाना
60s का वो ज़माना जब एक फिल्म लाखों के बजट पर बन जाया करती थी, उस समय एक गाने को फिल्माने के 1 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। और यह experiment successful भी हुआ, और वह गाना ” जब प्यार किया तो डरना क्या” आज भी सबके जहां में अमर है।
2) सबसे बड़ा सेट
फिल्म जगत के इतिहास में इससे पहले कभी भी इतना बड़ा सेट बनकर तैयार नहीं हुआ था। सेट की लंबाई 150 फीट थी, चौड़ाई 80 फीट और ऊंचाई 35 फीट। साथ ही बेल्जियन ग्लास के छोटे छोटे कई शीशों का इस्तेमाल उस सेट को बनाने में किया गया और इस सेट को बनाने में 2 साल का लंबा समय लगाया गया।
3) सारे स्पेशलिस्ट कारीगर
इस फिल्म के अपने समय की सबसे महंगी फिल्म बनने के पीछे का एक और कारण है, और वो है कि सभी चीजों का निर्माण करने के लिए स्पेशलिस्ट कारीगरों को बुलाया गया था। जैसे दिल्ली से दर्ज़ी, सूरत से embroidery, हैदराबाद के सुनारों के ज़ेवर, कोल्हारी कलाकारों के बनाए मुकुट और राजस्थानी लोहारों के बनाए हथियार इस फिल्म में इस्तेमाल किए गए।
4) युद्ध में सीन में लिए आर्मी के जवान
युद्ध के सीन को फिल्माने के लिए 2000 ऊंट और 4000 घोड़ों के साथ 8000 सैनिको को कास्ट किया गया, जिनमे आधे भारतीय थल सेना के जवान थे, ताकि युद्ध कौशल में निपुण सैनिकों के कारण युद्ध के सीन वास्तविक लगें।
5) आसिफ़ का अटूट विश्वास
इतने महंगे बजट और इतने सारे experiments के बीच कई बार ऐसे पल आए जब फिल्म निर्माता और फाइनेसर्स ने इस प्रोजेक्ट पर अविश्वास जताया, पर यह फिल्म के निर्देशक के आसिफ़ का डीडीआरआई संकल्प और अटूट विश्वास ही था, जिसने मुगल ए आज़म को उस मुक़ाम पर ला खड़ा किया, जहां आज वह हर फिल्मी कलाकार के लिए गौरव का विषय है।