भोपाल: मध्य प्रदेश की भूतपूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अपनी सरकार बनने से पहले ही घेराव शुरू कर दिया है। प्रेस वार्ता में उन्होंने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा। पूर्व सीएम ने उनका नाम लिए बगैर प्रदेश में अवैध खनन का मुद्दा उठा लिया। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उमा भारती इस बात को समझ रही हैं कि अगर मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तो शिवराज सिंह चौहान फिर सीएम बन सकते हैं। ऐसे में उमा भारती अब शिवराज के प्रति खेमेबंदी करने जुट गई हैं।
अवैध खनन पर निशाना
मध्य प्रदेश के आसपास होशंगाबाद और सीहोर जिले में नर्मदा नदी में होने वाला अवैध खनन किसी से छुपा नहीं है। इसी मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपनी ही सरकार को जमकर घेरा। उमा ने कहा कि क्या सत्ता पॉवर, शराब और खनन माफिया के सामने बिल्कुल असहाय हो चुकी है। उमा ने कहा कि वे पहले ही शराब के मुद्दे को उठा चुकी हैं, लेकिन अब वे अवैध खनन के खिलाफ संघर्ष करेंगी। उमा ने कहा कि सवाल तो ये है कि हमारी सरकार के मुखिया के जिले में उनकी छाती पर खनन होता रहा और वो उसको रोक नहीं सके। उमा भारती ने कहा कि अब वह अवैध रेत उत्खनन को लेकर ख़ुद मैदान में उतरेंगी और ख़िलाफ़ में अभियान चलाएंगी।
कई दिनों से सुना रही
उमा भारती पिछले कुछ वर्षों में शिवराज सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करने में पीछे नहीं रही हैं। उन्होंने शराब के अहाते बंद करवाने के लिए कई जगह विरोध प्रदर्शन किया था। शराब की दुकानों पर पत्थर चलाए थे। उमा ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि मेरे निकाले जाने की डिजाइन मेरे मुख्यमंत्री बनने से पहले ही बन चुकी था। उस समय मेरे अलावा कोई सरकार नहीं बना सकता था, इसलिए मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया था। विधानसभा चुनाव परिणाम आने के कुछ ही घंटों पहले पूर्व सीएम उमा भारती का इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस करना कई सवाल खड़े कर रहा है। इसके साथ ही अवैध खनन का मामला उठाकर सीएम शिवराज को घेरने पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज है। कहा जा रहा है कि कहीं सीएम शिवराज को उनकी गद्दी से हटाने की तैयारी तो नहीं। अपने वीडियो में उमा भारती ने खुद के सीएम पद छोडऩे की और घेराव की बात की है। इससे राजनीतिक गलियारों में माहौल गरमाया हुआ है। सीएम शिवराज के पद छोडऩे की खबरें लगातार उठती रही है।