खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत-कनाडा रिश्तों में तनातनी बनी हुयी थी कुछ समय पहले ये मामला लगभग सुलझ गया था लेकिन अब फिर से एक अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट ने भारत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया गया है। जिसके बाद फिर से दोनों देशों के बीच खटास आनी तय है। नया आरोप है कि भारत, खालिस्तानी चरमपंथी और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश रच रहा था, जिसे अमेरिकी एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। अब तो अमेरिका ने एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर इस कथित साज़िश में शामिल होने का आरोप भी लगा दिया है।
कौन है निखिल?
निखिल गुप्ता पर ‘मर्डर फॉर हायर’ और मर्डर फॉर हायर की साज़िश रचने का आरोप लगा है। अमेरिकी कानून व्यवस्था में मर्डर फॉर हायर वाले मामले वो होते हैं, जहां एक शख्स किसी की हत्या के लिए किसी दूसरे शख्स को सुपारी देता है। निखिल के बारे मे बहुत ज्यादा जानकारी नही है बस इतना ही मालूम है कि वो एक भारतीय नागरिक है जो अमेरीका मे रह रहा है, उसे चेक रिपब्लिक ने 30 जून 2023 को गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया था। फ़िलहाल उस पर आरोप है कि वो पन्नू को मारने के लिये एक शूटर की तलाश मे था।
अमेरिका में न्यूयॉर्क साउथ जिले के अटॉर्नी ऑफिस ने एक प्रेस रिलीज में दावा किया,
18 जून को नकाबपोश बंदूकधारियों ने कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक सिख मंदिर के बाहर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी थी। निज्जर, पन्नू का सहयोगी था। उसकी तरह ही सिख अलगाववादी आंदोलन का नेता और भारत सरकार का मुखर आलोचक था। अगले दिन 19 जून को निखिल गुप्ता ने एक अमेरिकी अंडरकवर अफसर को बताया कि निज्जर भी टारगेट था और हमारे पास कई और टारगेट हैं। गुप्ता ने कहा कि निज्जर के बाद पन्नू की हत्या के लिए इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं है।
AJD ने प्रेस रिलीज़ मे किया ये खुलासा?
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने जो प्रेस रिलीज जारी की है, उसमें ‘भारत सरकार के एक कर्मचारी’ का भी ज़िक्र है। रिलीज मे लिखा है – “साल 2023 की शुरुआत में भारत सरकार के एक कर्मचारी ने भारत और अन्य जगहों पर निखिल गुप्ता के साथ मिलकर अमेरिकी धरती पर एक वकील पन्नू की हत्या की साजिश रची थी।”
इस पूरी प्रेस रिलीज में भारतीय अधिकारी का नाम नहीं लिया गया है। भारतीय अधिकारी को प्रेस रिलीज में ‘CC-1’ कहके संबोधित किया गया है। निखिल गुप्ता को इसी ‘CC-1’ का सहायक बताया गया है। अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के अनुसार, “CC-1 ने कई जगह खुद को ‘सीनियर फील्ड ऑफिसर’ बताया है। उसपर ‘सेक्योरिटी मैनेजमेंट’ और ‘इंटेलीजेंस’ की जिम्मेदारी थी।CC-1 ने अपने आप को CRPF का पूर्व कर्मचारी बताया था।”
भारत ने फॉलोअप मे ये कहा
अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नु की हत्या की कथित साजिश के लिए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका की कानूनी कार्रवाइयों के बाद एक अनुवर्ती कार्रवाई में, भारत ने अमेरिका द्वारा उठाई गई सुरक्षा चिंताओं को देखने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। सुरक्षा सहयोग मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए एक बयान में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत सरकार जांच समिति के निष्कर्षों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करेगी।
बागची ने कहा, “हम पहले ही कह चुके हैं कि द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर अमेरिका के साथ चर्चा के दौरान, अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए थे।” “हमने यह भी संकेत दिया था कि भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि वे हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी प्रभाव डालते हैं, और संबंधित विभाग पहले से ही इस मुद्दे की जांच कर रहे थे।”