इन दिनों स्कैपमर्स डीपफेक वीडियो के जरिए बड़ी-बड़ी हस्तियों के नाम पर ठगी होरही है। अभी कुछ दिन पहले रश्मिका मंदाना, प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुको का डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था। और अब इसी के बाद देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन रतन टाटा के नाम से भी एक फेक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें 100 प्रतिशत रिस्क के साथ फ्री इंवेसमेंट का दावा किया गया है। हालांकि जिसने यह फेक वीडियो बनाया है उसका नाम सोना अग्रवाल है। जिसने यह फर्जी वीडियो पोस्ट किया है जिसमें रतन टाटा सोना अग्रवाल को अपना मैनेजर बता रहे हैं। हालांकि यह एक फेक वीडियो है। जिसमें रतन टाटा के फेक इंटरव्यू का इस्तेमाल किया गया है।
क्या है डीपफेक वीडियो?
अब आप लोग सोच रहे होंगे कि क्या है यह डीपफेक वीडियो तो दरअसल, डीपफेक का मतलब होता है,किसी वीडियो या फोटो के साथ छेड़छाड़ करना। इसमें किसी व्यरक्ति को गलत तरीके से पेश करने या दिखाने के लिए आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस की मदद ली जाती है, और डिजिटल हेराफेरी की जाती है और उसे पूरी तरह बदल दिया जाता है। और देख जाए तो अभी तक कई सेलिब्रिटी का डीपफेक वीडियो सामने आ चुका है। इस तरह के फर्जी पोस्ट से अलर्ट रहने की सलाह दी।
यह सब लिखा गया था कैप्शन में
आपको बता दे कि वीडियो पोस्ट करने के बाद उसपे कैप्शन भी लिखा गया है कि भारत में हर किसी के लिए रतन टाटा की ओर से एक अपील। यह आपके लिए आज ही 100 प्रतिशत गारंटी के साथ अपने निवेश को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का मौका है। अभी चैनल पर जाएं और देखे कि वीडियो में लोगों के खाते में पैसे आने के संदेश भी दिखाए गए हैं। हालांकि रतन टाटा ने वीडियो पर और वीडियो के कैप्शन के स्क्रीनशॉट पर भी फर्जी लिखा।
जल्दए जारी होगी डीपफेक को लेकर गाइडलाइन
इस तरह की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ‘डीपफेक’ और फेक न्यूज की परेशानी से निपटने के लिए उठाए गए कदम को लेकर सोशल मीडिया प्लेनटफॉर्म के साथ बैठक करते हुए कहा कि अगले दो दिन में इसे लेकर पूरी गाइडलाइन जारी की जाएगी। उन्होंथने कहा कि गलत सूचनाओं और डीपफेक वीडियो पर सोशल मीडिया कंपनियों के साथ दूसरी बैठक के दौरान आगे की प्रोसेस को लेकर बैठक करेंगी।