देश की संसद पर हमले की 13 दिसंबर को 22वीं बरसी थी। 13 दिसंबर 2001 के दिन भारतीय संसद मे लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद आतंकी ग्रुप के 5 आंतकवादियों ने हमला किया था। इस हमले में 14 लोग मारे गए थे। लेकिन 13 दिसंबर 2023 के दिन फिर संसद भवन की सुरक्षा मे एक और बड़ी चूक ने सबको हैरान कर दिया है। दरअसल लोकसभा मे ‘शून्य काल’ की कार्यवाही के दौरान दो लड़के दर्शक दीर्घा से कूदे और आंसू गैस का कैन भी खोल दिया। घटना के बाद कार्यवाही को रोक दिया गया। यही नहीं संसद के बाहर भी प्रदर्शन कर रहे दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि आतंकी पन्नू ने भी आज ही के दिन पार्लियामेंट मे हमले की धमकी दी थी।
7 आरोपी को गिरफ्तार किया
संसद की सुरक्षा में सेंधमारी करने वाले एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा रहा हैं। अब तक 7 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। लेकिन जिस एक आरोपी ने इस संसद कांड को न सिर्फ अंजाम तक पहुंचाने साजिश रची बल्कि इस पूरी वारदात को अंजाम दिया वो ललित मोहन झा है। लोकतंत्र के मंदिर को निशाना बनाने वालों का मास्टरमाइंड ललित झा ने खुद आकर सरेंडर किया और अब 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर है।
मास्टरमाइंड ललित झा को 7 दिन की पुलिस हिरासत में
इस मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने ललित झा को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है, साथ ही कहा कि, इस सुनियोजित हमले के पीछे की बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए गहन और विस्तृत जांच की जरूरत है, और कोर्ट में बहस के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि ललित झा मास्टरमाइंड है, इसलिए इसकी कस्टडी चाहिए, हमें पता करना है कि इस साजिश के पीछे कितने लोग थे, दिल्ली पुलिस ने ये भी कहा कि सबूतों को इकट्ठा करने के लिए कई राज्यों में जाना पड़ेगा। साजिश में इस्तेमाल हुए मोबाइल भी रिकवर करने को बोले।
ललित झा ने किए कई खुलासे
संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में 15 दिसंबर को कई जानकारियां सामने आईं हैं। मास्टरमाइंड ललित झा से पूछताछ में पता चला कि उसने बाकी आरोपियों के मोबाइल फोन तोड़ कर सबूत मिटाने की कोशिश की और विजिटर गैलरी में स्प्रे कैन लेकर कूदने वाले लखनऊ के सागर शर्मा के पास से पुलिस दो डायरी को मिली है। इनमें से एक डायरी में लिखा हैं कि , ‘घर से विदा लेने का का समय आ चुका है।’
मास्टरमाइंड ललित झा के पास Plan B था
संसद हमले के पीछे के मास्टरमाइंड ललित झा ने, पुलिस की पूछताछ में बताया कि, उनके पास Plan B भी था। इस Plan B के मुताबिक, अगर नीलम और अनमोल संसद भवन में घुसने में असमर्थ होते, तो महेश और कैलाश भवन के दूसरे दरवाजे से अंदर घुसने वाले थे।
आरोपी देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने अदालत में अपनी रिमांड याचिका में कहा कि, संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना के पीछे ललित झा और उसके साथी सरकार से अपनी मांगें पूरी करवाना चाहते थे, साथ ही वह देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे, हालांकि पुलिस ने अदालत को बताया कि पुलिस इस घटना के पीछे आरोपियों के वास्तविक मकसद और इसमें किसी अन्य दुश्मन देश के साथ-साथ आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध के एंगल से भी जांच कर रही है।