इंटरनेशनल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स फेडरेशन (IMMAF) की एशियन चैंपियनशिप बहरीन में आयोजित की गई। प्रतियोगिताओं में भारत की टीम ने ऐतिहासिक उपलब्धियों के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया हैं। प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की पहली सीनियर महिला खिलाड़ी सुरभि सांखला ने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए सेमी फाइनल के कड़े मुकाबले में पाकिस्तानी खिलाड़ी काशनी मारवा को हराते हुए फाइनल में प्रवेश किया।
इस मुकाबले में पाकिस्तान की खिलाड़ी कद में सुरभि से अधिक होने के कारण काफी पंच और किक से सटीक प्रहार कर पहले दो राउंड में अंकों के आधार पर काफी आगे हो गई थी। लेकिन तीसरे और अंतिम मुकाबले से पहले केवल एक मिनट के ब्रेक के दौरान सुरभि ने कोच विकास शर्मा के साथ रणनीति बनाई। कोच ने बताया कि सुरभि के पास केवल एक ही मौका है जिससे वह इस मुकाबले को जीत सके। इसके लिए सुरभि को निर्धारित समय से पहले अपने प्रतिद्वंदी को धराशायी करना होगा तभी वह इस मुकाबले को जीत सकती है और सुरभि ने ऐसा ही किया।
सुरभि को मिला सिल्वर मेडल
उन्होंने अंतिम फाइनल राउंड में जोरदार वापसी के साथ पाकिस्तान की प्रतिद्वंदी को ज़मीन पर धराशायी कर लगातार सटीक पंच मारकर समय से पहले फाइट खत्म कर मुकाबला जीत लिया और फाइनल में प्रवेश कर पदक सुनिश्चित किया। फाइनल में उनका मुकाबला कैटेगरी की पूर्व चैंपियन कजाकिस्तान की खिलाड़ी के साथ हुआ जिसे जीतने में वह सफल नहीं हो सकीं और सुरभि को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
खेल के क्षेत्र में भी पहचान बना रहा इंदौर
सुरभि प्रदेश की पहली महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक हासिल किया है। सुरभि अपने कोच विकास शर्मा के साथ 18 दिसंबर शाम इंदौर एयरपोर्ट पहुंचेंगी, जहां सभी खेल प्रेमी और साथी खिलाड़ी उनका स्वागत करेंगे। देश में स्वच्छता में लगातार नंबर-1 आ रहे इंदौर शहर की पहचान खेल के क्षेत्र में भी बनती जा रही है। क्रिकेट सहित अलग-अलग खेल के खिलाड़ी शहर से ताल्लुक रखते हैं जिनका प्रदर्शन देश हित में अच्छा होता है। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स जैसे चैलेंजिंग गेम में भी इंदौर की सुरभि ने देश का नाम रोशन किया है।