इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के न्यू हीरानगर MR-10 स्थित जय गुरुकुल एकेडमी के खिलाफ हीरानगर पुलिस थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। दरअसल, सालभर पढ़ाई करने के बाद विद्यार्थी जब परीक्षा प्रवेश पत्र लेेने स्कूल पहुंचे, तो संचालक ने परीक्षा फार्म जमा नहीं करने की बात कहीं। मामले में पुलिस ने शिकायत के बाद स्कूल प्राचार्य राजकुमारी भार्गव, पति महेश चतुर्वेदी और पिता चेतन को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं स्कूल संचालक के पिता चेतन फरार है।
सालभर की पढ़ाई करने के बाद भी परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे 23 विद्यार्थी रविवार दोपहर स्कूल के 10वीं के 16 और 12वीं के 7 विद्यार्थी स्कूल प्रबंधन की शिकायत और परीक्षा में बैठने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास ने परीक्षा में शामिल करने से मना कर दिया। डीईओ व्यास ने बताया कि, शिकायत करने आए विद्यार्थियों के पास स्कूल में अध्ययन करने के दस्तावेज तक नहीं थे। हमने माशिमं स्तर पर चर्चा भी की, लेकिन उन्होंंने मना कर दिया।
जय गुरुकुल एकेडमी न्यू हीरानगर स्कूल मेंं पढ़ने वाली दो लड़कियां सुनीता 12वीं और अनीता 10वीं में पढ़ती हैं। इन बच्चियों के पिता शंभु सिंह देवड़ा ने स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई हैं। स्कूल प्राचार्य राजकुमारी भार्गव चतुर्वेदी, संचालक सार्थक चतुर्वेदी और चेतन उर्फ प्रियांशु हैं। दोनों बेटियों की परीक्षा फीस के 20 हजार रुपये नकद सार्थक को दिए थे, जिसकी रसीद नहीं दी गई। रविवार को जब रोल नंंबर के लिए स्कूल गए, तो प्राचार्य राजकुमारी ने बताया कि, सार्थक ने परीक्षा फार्म ही जमा नहीं किए। मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने जय गुरुकुल एकेडमी की प्राचार्य राजकुमारी भार्गव, संचालक सार्थक और चेतन उर्फ प्रियांशु के खिलाफ धारा 420, 34 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर राजकुमारी और महेश को गिरफ्तार कर लिया। वहीं चेतन फरार है।