भारतीय कारोबारी व्यक्ति ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की जेलों में बंद 900 कैदियों को रिहा कराया है। अब तक वह भारत समेत अलग – अलग देशों के 20 हजार कैदियों की मदद कर चुके हैं। 900 कैदियों को जेल से छुड़ाने के लिए उन्होंने 2.25 करोड़ रुपये का दान दिया है। इससे पहले भी फिरोज मर्चेंट ने अजमान सेंट्रल जेल में 132 कैदियों की रिहाई के लिए 1,50,000 रूपए का दान कर चुके हैं।
मर्चेंट ने कहा कि, ‘‘ये लोग हालात के सताए हुए है। असल में अपराधी नहीं है। वे कर्ज संबंधी मामलों के कारण जेल में हैं और मैं उन्हें उनके परिवारों के पास वापस भेजने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा।’’
66 साल के फिरोज मर्चेंट ‘प्योर गोल्ड ज्वैलर्स’ के मालिक हैं। फिरोज अपने खासकर जेल से कैदियों की रिहाई करवाने के लिए जाने जाते हैं और यह काम कई सालों से करते आ रहे हैं। फिरोज जेल में बंद कैदी का कर्ज चुकाते हैं और सभी को वापस उनके देश जाने के लिए उनके हवाई टिकटों की भी व्यवस्था करते हैं। क्योंकि यह सभी कैदी भारत, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, फिलीपीन, उज्बेकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, इथियोपिया, सीरिया, यमन, ओमान और घाना के रहने
वाले होते हैं।
फिरोज मर्चेंट ने अरब देश की जेलों से 900 कैदियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए करीब 2.25 करोड़ रुपए का दान दिया है। साल 2008 में स्थापित ‘द फॉरगॉटन सोसाइटी’ पहल के तहत मर्चेंट ने 2024 की शुरुआत से संयुक्त अरब अमीरात में 900 कैदियों की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें अजमान के 495 कैदी, फुजैराह के 170 कैदी, दुबई के 121 कैदी और 69 कैदी शामिल हैं। उम्मअल क्वैन के कैदी और रास अल खैमा के 28 कैदी है।
उन्होंने इस मिशन को इस बात का ध्यान रखते हुए शुरू किया है कि, कैदियों को अपने परिवारों के साथ फिर से जुड़ने का मौका देगा। उनकी कोशिश है कि, इस साल 2024 में 3000 से ज्यादा कैदियों की रिहाई कराई जाए और उन्हें अपने परिवार के पास भेजा जाए।