कनाडा के ओंटारियो में भारतीय मूल के एक जोड़े और उनकी एक नाबालिग बेटी की संदिग्ध तरीके से आग लगने से मौत हो गई है। यह हादसा 7 मार्च को ब्रैम्पटन के बिग स्काई वे और वैन किर्क ड्राइव इलाके में हुआ था। घटनास्थल से मिले जले हुए अवशेषों से पीड़ितो की पहचान राजीव वारिकू (51वर्ष), शिल्पा कोठा (47वर्ष) और महेक वारिकू (16 वर्ष) के रूप में हुई है।
टोरंटो पुलिस ने कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (CBC) टोरंटो को सूचना दी है कि, राजीव बल के स्वयंसेवी अधिकारी कार्यक्रम का सदस्य थे। राजीव 2016 में उस कार्यक्रम से सेवामुक्त हो गए थे। राजीव की LinkedIn प्रोफाइल से पता चला कि वह ओंटारियो सरकार के साथ स्वस्थ मंत्रालय में काम करते थे।
पुलिस ने बताया कि उन्हें 7 मार्च को दोपहर 1:30 बजे एक कॉल आया था, जिसमें उन्हें खबर मिली थी कि ब्रैम्पटन के बिग स्काई वे और वैन किर्क ड्राइव इलाके में एक घर आग की लपटों में पूरे तरह से घिरा हुआ है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल की जांच करते समय पता चला कि घर के अंदर मानव अवशेष भी थे। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा कि, वह होमिसाइड ब्यूरो के साथ इस मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस इस मामले को संदिग्ध मान रही है क्योंकि ओंटारियो फायर मार्शल के मुताबिक वह आग बिल्कुल भी आकस्मिक नहीं थी।
राजीव के पड़ोसी से पता चला कि राजीव का परिवार वहां पर पिछले 15 सालो से रह रहा है। उनका किसी के साथ कोई मतभेद भी नहीं था। पड़ोसी ने बताया कि, उन्हें एक बड़े धमाके की आवाज आई थी और जब वह बाहर देखने निकलने तो उन्हें राजीव का घर जलता हुआ दिखा।
पुलिस का कहना है कि, ऐसे मामले की जांच करना बहुत मुश्किल होगा लेकिन वह अपनी पूरी कोशिश करेंगे इसे सुलझाने की। पुलिस ने ऐसे व्यक्ति को आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिन्हें इस मामले से संबंधित कोई भी जानकारी पता हो।