कोलकाता में 17 जनवरी की रात को एक अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग अचानक ढह गई। बिल्डिंग के पास झुग्गी बस्तियां बसी हैं। यह घटना कोलकाता के गार्डन रीच इलाके की हैं। इमारत की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत और 17 से ज्यादा लोग घायल है। अभी भी कई लोगो के मलबे में दबे होने की आशंका हैं, अभी भी बचाव कार्य जारी है।
बिल्डिंग झुग्गियों पर गिरी
जिस वक्त बिल्डिंग गिरी उस समय वह बिल्डिंग खाली थी। लेकिन बिल्डिंग के अगल-बगल में झुग्गी बस्तियां हैं, जिस वक्त बिल्डिंग गिरी वहां लोग अपने झुग्गियों में सो रहे थे। तभी बिल्डिंग ढह गई।
स्थानीय लोगों ने अवैध निर्माण का आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा कि, जो बिल्डिंग गिरी है, वहां पिछले छह महीने से निर्माण का काम चल रहा था। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि, कोलकाता नगर निगम और पुलिस की अनुमति के बिना ही कंस्ट्रक्शन का काम किया जा रहा था।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
पुलिस ने आगे बताया कि, लोगों की तलाश के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोलकाता पुलिस, डिजास्टर मैनेजमेंट और फायर सर्विस की टीमें मौके पर मौजूद हैं। कई एम्बुलेंस भी तैनात की गई हैं। घटनास्थल का इलाका भीड़भाड़ वाला है। इसलिए सर्च ऑपरेशन में सावधानी बरती जा रही है।
फिरहाद हकीम घटना के लिए जिम्मेदार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि, फिरहाद हकीम ने अपराध किया है। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? अगर उनमें जरा भी नैतिकता है तो उन्हें अब इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि, जो इमारत गिरी, वह अवैध रूप से एक तालाब को भरकर बनाई जा रही थी। फिरहाद घटना में हुई मौतों के लिए जिम्मेदार है। इमारत बनाते समय नियमों का उल्लंघन किया गया, जिस वजह से निर्माणाधीन इमारत ढह गई। अगर बनर्जी में जरा भी नैतिकता है, तो उन्हें मेयर की कुर्सी से हटा देना चाहिए था। TMC कोलकाता के असंख्य लोगों के भविष्य के साथ खेल रही थी।