पढ़ाई के दबाव और भविष्य की चिंताओं से एक और मासूम ने थक्कर आत्महत्या कर ली है। यह घटना इंदौर के साउथ तुकोगंज की है। 21 साल के मासूम ने मंगलवार शाम अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम अक्षत सनोटिया है और वह SGSITS कॉलेज में Btech के दूसरे वर्ष का छात्र था। अक्षत दिनेश सनोटिया का पुत्र था। दिनेश भारतीय कपास निगम में एक केंद्रीय सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करते हैं।
दिनेश ने बताया कि अक्षत अपनी Btech की परीक्षा में 2 अंक कम आने की वजह से काफी परेशान था। मंगलवार को दिनेश को अपने परिवार के साथ एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए देवास जाना पड़ा था। उस समय अक्षत घर में बिल्कुल अकेला था। उसी समय कम अंक से परेशान अक्षत ने फांसी लगा ली। दिनेश ने बताया कि, जब वह अपने परिवार के साथ घर वापस लौटा तो उन्होंने अक्षत को पंखे से लटकता पाया। जिसके तुरंत बाद ही अक्षत को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां के डॉक्टर ने उसे एमवाय भेज दिया था। एमवाय में डॉक्टर ने उसे मृतक घोषित कर दिया था।
अक्षत अपने परिवार का एकलौता बेटा था। अक्षत ने एक आत्महत्या पत्र छोड़ा था, जिसमें उसने अपने परिवार के सदस्यों से अपना ख्याल रखने का अनुरोध किया था। इस सूचना के बाद भाजपा विधायक मधु वर्मा भी मृतक के परिवार से अस्पताल मिलने पहुंचे थे।
SGSITS कॉलेज के निदेशक डॉ. राकेश सक्सेना से इस घटना के बारे में पूछताछ की गई थी। पूछताछ में राकेश ने बताया कि अक्षत ने पहले सेमेस्टर के बाद कॉलेज में अपनी उपस्थिति नहीं दी थी और वह पहले भी परीक्षा में फेल हो चुका था। उन्होंने बताया कि ऐसे ही कई छात्रों को शिक्षा में दिक्कत होती है, जिस वजह से उनके लिए डिग्री प्राप्त करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसी को देखते हुए कॉलेज ऐसे छात्रों के लिए डिग्री कोर्स से पहले डिप्लोमा कोर्स प्रदान करता है। लेकिन अक्षत के माता-पिता ने कभी भी इस मामले में बातचीत करने के लिए कॉलेज में अपनी उपस्थिति नहीं दी।