शहर के निजी अस्पतालों की मनमानी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। पहले मरीजों को कम खर्च में इलाज का बोल कर भर्ती करा दिया जाता है और फिर मोटा बिल बना दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला विजय नगर क्षेत्र के निजी अस्पताल राजश्री अपोलो हाॅस्पिटल से सामने आया है। जहां एक मरीज को आपरेशन और अन्य खर्च बताकर तीन लाख रुपये में इलाज करने का वादा कर भर्ती किया था। लेकिन जब मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई तो अस्पताल से 16.70 लाख रुपये का बिल बना दिया। मौत सुबह 7 बजे हुई थी, लेकिन घर वालो के हंगामे के बाद शव 11 घंटे बाद शाम 6 बजे परिवार को सौंपा गया।
दरअसल, महेश कदम नाम के व्यक्ति को प्रोक्टाइटिस के इलाज के लिए विजय नगर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन 36 दिन बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
महेश कदम के बेटे शक्ति कदम ने बताया कि, हमे यहां डाक्टरों ने ऑपरेशन और अन्य खर्च करीब तीन लाख रुपये बताया था। हमने इस खर्च को पांच लाख रुपये तक मान लिया था। लेकिन शुक्रवार सुबह 7 बजे मेरे पिता की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल ने हमें 16.70 लाख रुपये का कुल बिल थमा दिया था, जिसमें से पहले ही मैं साढ़े नौ लाख रुपये जमा कर चुका था। इसके अलावा करीब 10 लाख रुपये की दवाई भी खरीद चुका था । मैंने अपने क्रेडिट कार्ड और लोन से अभी तक का बिल जमा किया था।
बेटे ने बताया कि, वह सुबह से शव देने की मांग कर रहा था। लेकिन उसे शव नहीं दिया गया। सीएम हेल्पलाइन और स्वास्थ्य विभाग में भी इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। हालांकि फिर काफी विरोध करने के बाद शाम में परिवार को शव दिया गया।