दिल्ली में 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने वाले है। इसके लिए दिल्ली नगर निगम ने 25 मई को लोकसभा चुनाव में मतदान करने वालों के लिए एक अनूठी पहल की है। इस पहल के तहत मतदान करने वालों को 24 घंटे के लिए होटलों व रेस्तरां में 20 फीसदी तक की छूट मिलेगी। दिल्ली नगर निगम ने मतदाताओं को जागरूक करते हुए इस नई पहल को शुरू किया है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए लोगों को होटलों, रेस्तरां में जाकर अपनी स्याही लगी उंगली को दिखाना होगा ताकि सुनिश्चित हो सके कि मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में पोलिंग बूथ पर जाकर मतदान किया है।
इन जगहों पर मिलेगी मतदाताओं को छूट
National Rifle Association of India (NRAI) से जुड़े रेस्तरां वोट डालने वाले ग्राहकों को भोजन करने पर 20% की छूट देंगे। सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल भी वोट डालने वाले मतदाताओं को 20% की छूट देगा। नजफगढ़ क्षेत्र के द्वारका इलाके में स्थित रेडिसन ब्लू होटल ने घोषणा की है कि, वह 25 मई 2024 को वोट डालने वाले मतदाताओं को लंच बुफे पर 50% और डिनर बुफे पर 30% की छूट देगा। चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल, सी-4-ई मार्केट जनकपुरी और पश्चिम, केशवपुरम, नजफगढ़, सिटी एसपी, करोलबाग जोन में कई भोजनालय और होटल वोट डालने वाले मतदाताओं को छूट देंगे और लोग 27 मई 2024 तक इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।
इसके लिए पहले से बाकायदा एग्रीमेंट किया जाएगा
इसके लिए लॉजिंग हाउस ओनर्स एसोसिएशन और दिल्ली होटल व रेस्तरां ओनर्स एसोसिएशन के साथ एग्रीमेंट हुआ है। राजेंद्र नगर, पंजाबी बाग, कीर्ति नगर व बलजीत नगर में मौजूद होटलों व रेस्तरां में लोगों को 20 फीसदी छूट मिलेगी। यह छूट 25 मई को मतदान करने के बाद 26 मई को रात 12 बजे तक मिलेगी। करोल बाग जोन में थिएटर व सैलून में भी छूट दी जाएगी।
दिल्ली में 85 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुर्जुगों को मिली घर बैठे वोट देने कि सुविधा
दिल्ली में चुनाव आयोग ने बुर्जुगों को घर से वोट डालने की सुविधा भी दी है। यह पहली बार है कि, लोकसभा चुनाव में पात्र मतदाताओं को यह सुविधा उपलब्ध हो रही है। इसके लिए पहले से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। दिल्ली में 85 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग और विकलांग लोग घर से वोट देने की सुविधा के लिए 3 मई तक रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। अक्टूबर 2019 में चुनाव आयोग की सिफारिश पर केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय ने चुनाव संचालन नियम,1961 में संशोधन किया था। जिसके बाद 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक और विकलांग व्यक्ति डाक मतपत्रों के माध्यम से वोट डालने में सक्षम हो गए हैं। 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगभग 3,000 लोगों ने इस सुविधा का विकल्प चुना था। चुनाव आयोग के अनुसार, घर से वोट डालने का प्रावधान एक प्रगतिशील उपाय है। इसका उद्देश्य उन मतदाताओं को सशक्त बनाना है। जिन्हें मतदान केंद्रों पर जाकर चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।