इस बार का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए काफी मुश्किल भरा साबित हो रहा है। देश में चुनाव का मौसम आते ही पार्टी के हज़ारों नेताओं ने पंजे को अंगूठा दिखा कमल की ओर रुख कर लिया है। इसमें कॉंग्रेस के कई बड़े नाम भी शामिल हैं। जहां एक तरफ कुछ नेताओं ने पार्टी को दगा दी है, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी नाम हैं, जिन्हें पार्टी ने खुद ही बेदखल कर दिया है। निष्कासित हुए नेताओं की लिस्ट मे एक और नाम जुड़ गया है। सूरत लोकसभा सीट से कॉंग्रेस के उम्मीदवार ‘नीलेश कुंभानी’ को अगले 6 सालों के लिए पार्टी ने निलंबित कर दिया है।
नीलेश सूरत लोकसभा सीट से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार खड़े थे। लेकिन चुनाव आयोग ने नीलेश के नामांकन को कुछ विसंगतियों की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया था। यही एक बड़ी वजह थी, जिससे भाजपा के उम्मीदवार ‘मुकेश दलाल’ चुनाव निर्विरोध जीत गये।
हार के बाद कॉंग्रेस ने नीलेश को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उन पर भाजपा से मिलीभगत करने और लापरवाही का आरोप लगाया गया है। हालांकि, पार्टी ने नीलेश को अपना पक्ष सामने रखने के लिए समय भी दिया है।
नीलेश का नामांकन खारिज होने की वजह उनके हलफनामे में उनके हस्ताक्षर न होना था। सूरत से कांग्रेस के विकल्प उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन भी इसी आधार पर अमान्य घोषित हुआ था। वहीं 8 स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी अपना नाम वापस ले लिया था।
पार्टी की ओर से लग रहे इल्ज़ाम के बाद नीलेश ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। उस वीडियो में नीलेश ने पार्टी के बड़े अधिकारियों पर उनका साथ न देने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, कांग्रेस उन पर गलत इल्ज़ाम लगा रही है। अगर उन्हें भाजपा में शामिल होना होता, तो 2017 में जब उन्हें भाजपा का सामने से प्रस्ताव आया था, वो तभी शामिल हो जाते।
नीलेश के निलंबित होने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि, वह भाजपा में जल्द शामिल हो सकते हैं। हालाकिं, इस बात की पुष्टि अभी तक हो नहीं पाई है।