जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ ने सोमवार को आरोप लगाया कि, विश्वविद्यालय परिसर में प्रोफेसर द्वारा एक छात्रा का यौन उत्पीड़न किया गया है। प्रोफेसर लगातार मैसेज और कॉल के जरिए छात्रा को परेशान करता था, साथ ही प्रोफेसर की बात नहीं मानने पर छात्रा को पेपर में फेल करने की धमकी दी जाती थी। जिसके कारण मजबूर होकर छात्रा को परिसर छोड़़ना पड़ा। आरोपी प्रोफेसर छात्रा को अश्लील कविताएं लिख कर भेजा करता था।
JNU छात्रसंघ के अध्यक्ष धनंजय ने सोमवार को स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चरल स्ट्डीज के सीनियर प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। छात्रसंघ अध्यक्ष का दावा है कि , सीनियर प्रोफेसर ने MA प्रोग्राम की दूसरे वर्ष की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न किया है। पीड़िता ने 10 अप्रैल को ICC में शिकायत दी थी। लेकिन उसकी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और आरोपी प्रोफेसर लगातार कक्षा में आ रहे हैं। जबकि नियमों के तहत आरोपी प्रोफेसर पर कक्षा में प्रवेश करने पर रोक लगनी चाहिए थी। अब छात्रों की ओर से की गई शिकायतों की कार्यवाही में तेजी लाने और आरोपी शिक्षक के खिलाफ निलंबन सहित कार्यवाही की मांग की है।
छात्रसंघ का आरोप है कि, प्रोफेसर छात्रा से अकेले में मिलने का दबाव बना रहा था, जब छात्रा ने मना किया तो पेपर में फेल करने की धमकी दी गई। JNU की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की पीठासीन अधिकारी वंदना मिश्रा ने कहा कि, इस मामले में पूछताछ की जा रही है।
अब सवाल यह उठता है कि,क्या विश्वविद्यालय प्रोफेसर द्वारा की गई हरकत को अंदेखा कर रहा है? आखिर छात्रा द्वारा 10 अप्रैल को ICC में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद भी प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई?