छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच पिछले कुछ समय से लगातार मुठभेड़ जारी है। पिछले 15 दिनों में सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों पर हमला करने के बाद मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। मंगलवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में मुठभेड़ के दौरान और 10 नक्सलियों को ढेर किया गया है। इनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं। साथ ही सुरक्षा बलों ने मौके से एक एके-47 राइफल और अन्य हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरा भी बरामद किया है।
मंगलवार सुबह लगभग 6 बजे अबूझमाड़ इलाके में टेकमेटा और काकुर गांव के बीच जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। यह इलाका नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता है। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि, नक्सलियों के खिलाफ यह ऑपरेशन लगभग 4 घंटे तक चला था। उन्होंने बताया कि, सोमवार रात को सोनू, जोगन्ना, विनय उर्फ अशोक समेत कई माओवादियों के यहां छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और स्पेशल टास्क फोर्स ने मिलकर एंटी-नक्सल ऑपरेशन चलाया था।
इससे पहले 16 अप्रैल को सुरक्षा बलों ने कांकेर के काल्पेर गांव में एक ऑपरेशन में 29 नक्सलियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में नक्सली कमांडर शंकर राव भी मारा गया था। 2024 की शुरुआत के बाद से माओवादियों के गढ़ बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में 79 नक्सली मारे गए है।
छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 80 नक्सली मारे गए हैं। 125 से अधिक गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 150 ने सरेंडर किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2004-14 की तुलना में 2014-23 में देश में वामपंथी उग्रवाद से संबंधित हिंसा में 52 फीसदी की गिरावट आई है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 6035 से 1868 यानी 69 फीसदी हो गई है।
हाल ही में बीजापुर जिले में नक्सली उन्मूलन अभियान से प्रभावित होकर 16 लाख के 5 इनामी सहित 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 8 लाख का इनामी नक्सली अरुण कड़ती, 5 लाख का इनामी रमेश ऊर्फ मुन्ना हेमला, 1-1 लाख के इनामी शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 25000-25000 रुपये नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई थी।