इंदौर का महात्मा गांधी मेमोरियल (MGM) मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। पहले छात्रों द्वारा कॉलेज पर कम अंक देने के आरोप लगे थे, अब उन्होंने मानसिक उत्पीड़न करने के आरोप लगाए हैं। कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA) ने गंभीर आरोप लगाते हुए अपने डीन से ENT विभाग की फैकल्टी के खिलाफ मानसिक उत्पीड़न की शिकायत की है। JDA ने आरोप लगाया है कि, सलाहकारों के बीच विभाग से जुड़े झगड़े का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है और इसी के कारण उन्हें कार्यस्थल पर भी गंभीर उत्पीड़ना का सामना करना पड़ रहा है।
JDA ने अपनी शिकायत में कहा है कि, राज्य के शीर्ष शिक्षण अस्पताल होने के बावजूद मरीजों की कम भर्ती के कारण उन्हें सर्जिकल और शैक्षणिक अनुभव की कमी हैं। इससे उनके रेसिडेंसी प्रशिक्षण में भी समझौता हो रहा है। JDA ने इसके लिए ENT विभाग के फैकल्टी सदस्यों के बीच चल रही अनबन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि, इसके अलावा सलाहकारों के बीच हो रहे विभागीय झगड़े के कारण भी उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।
JDA ने शिकायत में यह भी कहा है कि, अभी तक वह सभी चुप थे, क्योंकि उन्हें डर था कि फैकल्टी के सदस्य थीसिस जमा करने की प्रक्रिया को प्रभावित करते और परीक्षा में उनके खिलाफ अपनी खुन्नस निकालते। वहीं ENT की विभागाध्यक्ष डॉ. यामिनी गुप्ता ने विभाग में हो रहे किसी भी विवाद से इंकार कर दिया है और उसे गलतफहमी का नाम दे दिया है। उनका कहना है कि , MGM मेडिकल कॉलेज में ENT विभाग में सात PG सीटें हैं और सभी में छात्र नामांकित हैं।
JDA की शिकायत पर कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने कार्यवाई शुरू कर दी है। संजय दीक्षित ने कार्यवाई करते हुए तीन सदस्यों की जांच पैनल गठित की है। इस पैनल को उन्होंने जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का आदेश भी दिया है। रिपोर्ट आते ही वह समिति के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेंगी।