भारत में प्राइवेट संस्थानों का बहुत महत्व हैं। चाहें फिर वह स्कूल, कॉलेज और अस्पताल ही क्यों न हों सब प्राइवेट ही चाहते है। लेकिन अगर उसी संस्थान के कर्मचारी अपनी मन मर्जी से काम करने लगे, जैसे अपने मर्जी से वह आपका एडमिशन इंजीनियरिंग के जगह आर्ट्स डिपार्टमेंट में कर दे या आप से पूछे बिना आपका गर्भाशय (Uterus) निकाल दे तो? ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना इंदौर से सामने आई है।
इंदौर खजराना रोड पर स्थित स्टार हेल्थ केयर अस्पताल के एक डॉक्टर ने एक महिला का गर्भाशय, उसके परिवार से पूछे बिना ही निकाल दिया है। इसके साथ ही उसकी बड़ी आंत गलत तरीके से काट दी है। इस खबर की शिकायत करने पीड़ित के पति (गुलशन) आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में पहुंचे थे। इस जनसुनवाई में आवेदकों ने सीधे अधिकारियों से मुलाकात की थी। जिसमें गुलशन ने जिला कलेक्टर आशीष सिंह से इस घटना की शिकायत की है।
गुलशन ने बताया कि, उनकी पत्नी की बड़ी आंत काटकर गर्भाशय निकाल दिया गया है, इस बात का पता उन्हें तब चला जब वे एक निजी क्लीनिक में इलाज कराने गए थे। उन्होंने ने यह भी कहा कि, अस्पताल उन्हें पैसे का लालज दे कर इस मामले को रफा दफा करने की बात कर रहा है। उनके मुताबिक, अस्पताल वाले उन्हे 4.50 लाख रुपए लेकर समझौता करने के लिए बोल रहे हैं और इस मामले की शिकायत कही न करने का दबाव बना रहे हैं।
वहीं कलेक्टर आशीष सिंह ने मीडिया को बताया कि, गुलशन पहले भी जनसुनवाई में आ चुके थे। जिसके बाद इस घटना पर स्टार हेल्थ केयर अस्पताल को नोटिस भेज दिया गया था। वहीं, इस घटना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच कर के अपनी रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को सौंप दी है। उस रिपोर्ट में अस्पताल की लापरवाही का उल्लेख किया गया है। इस घटना के बाद आशीष ने CMHO को तुरंत कार्यवाई करने के निर्देश दिए है।
आशीष ने बताया कि, घटना की जांच करने पर अस्पताल के खिलाफ शिकायत सही पाई गई है। जिसके बाद अस्पताल को नोटिस भेज दिया गया है। इस नोटिस का जवाब देने के लिए अस्पताल को 10 दिन का समय दिया गया है। अस्पताल से जवाब मिलने के बाद उसका का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।