NEET धांधली के बाद पूरे देश में NTA से री-एग्जामिनेशन की मांग हो रही है। हर कोई NTA की कार्य प्रणाली और उसकी ईमानदारी पर सवाल कर रहा है। जहां एक तरफ लोग अपने हित के लिए लड़ रहे है, वहीं कुछ ऐसे भी है जो इसका गलत लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी ही कोशिश NEET अभ्यर्थी आयुषी पटेल ने करी थी।
आयुषी ने NTA के खिलाफ कोर्ट में याचिका दर्ज की थी। आयुषी न अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। उस वीडियो में आयुषी ने कहा था कि, NEET के रिजल्ट के दिन उसका प्रोफाइल खुल नहीं रहा था। कुछ समय बाद NTA की और से मेल आता है कि, रिजल्ट जनरेट नहीं हो सकता है क्यूंकि OMR (आंसर शीट) बुरी तरह से फटी हुई है। जिसके आयुषी ने NTA से OMR दिखाने के लिए अपील करी। आयुषी के मुताबिक, OMR शीट मिलने पर उसे 715 नंबर आ रहे थे। लेकिन फटी OMR शीट होने के कारण किसी दूसरे एप्लीकेशन नंबर से उसका रिजल्ट निकाला गया, जिसमें उसे बस 335 ही नंबर मिले थे।
इस घटना के बाद आयुषी ने कोर्ट में NTA के खिलाफ याचिका दर्ज करी थी। जिसमें उसने अपनी OMR शीट का मानवीय मूल्यांकर करने की, NTA के खिलाफ सुनवाई की और चल रही काउंसलिंग को रोकने की मांग करी थी। इस याचिका की सुनवाई 18 जून को थी। सुनवाई के दौरान NTA ने OMR की असल शीट पेश की जो बिल्कुल ठीक थी और कहीं से भी फटी हुई नहीं थी। NTA ने दावा किया कि, एग्जाम के लिए आवेदन करते समय आयुषी ने जाली दस्तावेज़ जमा किए थे, जिस वजह से उसका रिजल्ट नहीं आया था।
सभी सबूतों सहित NTA के दावों को सुनकर कोर्ट ने आयुषी की याचिका को रद्द कर दिया है। कोर्ट के मुताबिक, आयुषी ने जाली दस्तावेज़ जमा किए थे, ऐसी स्थिति में वह NTA को आयुषी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने से रोक नहीं सकता है। NTA ने साफ कर दिया है कि, वह आयुषी के खिलाफ कार्यवाही करेगा।
आयुषी के वीडियो को कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने अपने X अकाउंट में पोस्ट कर, सरकार से अपने लापरवाह रवैया को छोड़कर पेपर लीक करने वालों पर कार्यवाही करने के लिए कहा था। कल की सुनवाई के फैसले के बाद बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने प्रियंका से गलत जानकारी फैलाने के लिए माफी की मांग करी है।