भारतीय सेना को पहली महिला चिकित्सा सेवा मिल गई है। लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर, आज 1 अगस्त 2024 को महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) का पदभार संभालेंगी। इस पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली महिला है। इससे पहले, वह एयर मार्शल के पद पर पदोन्नति के बाद महानिदेशक अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) का पद संभालने वाली भी पहली महिला थीं। साथ ही साधना को विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें वायु सेना प्रमुख और एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ से भी सराहना मिली है।
साधना सक्सेना नायर के पास फैमिली मेडिसिन (Family Medicine) में ग्रेजुएट डिग्री, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और स्वास्थ्य देखभाल मैनेजमेंट (Maternal & Child Health and Health Care Management) में डिप्लोमा है। उन्होंने नई दिल्ली स्थित AIIMS में मेडिकल इंफॉर्मेटिक्स में दो साल की ट्रेनिंग भी ले रखी है। इसके अलावा उन्होंने इजरायली रक्षा बलों के साथ CBRN वेलफेयर में और स्विट्जरलैंड के स्पीज (Spiez) में स्विस सशस्त्र बलों (Swiss Armed Forces) के साथ मिलिट्री मेडिकल एथिक्स में ट्रेनिंग ली है। साधना सक्सेना, वेस्टर्न एयर कमांड, IAF और ट्रेनिंग कमांड, IAF की पहली महिला प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर भी हैं।
बता दे कि, एयर लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर का परिवार भी सेना से जुड़ा हुआ है। उनके पति एयर मार्शल केपी नायर 2015 में इंस्पेक्शन एंड फ्लाइट सेफ्टी के DG पद से रिटायर हो चुके हैं। साधना की बेटी और बहन डॉक्टर हैं, जबकि उनका बेटा भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट (फ्लाइट लेफ्टिनेंट) के पद पर कार्यरत है। पिछले सात दशकों में उनके परिवार की तीन पीढ़ियों ने सशस्त्र बलों में अपनी सेवाएं लगातार दी हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल साधना नायर ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट, प्रयागराज से प्रारंभ की और लोरेटो कॉन्वेंट, लखनऊ से पूरी की है। इस बीच, वह तेजपुर, गोरखपुर, कानपुर और चंडीगढ़ के स्कूलों में गईं। उन्होंने एक प्रतिष्ठित अकादमिक रिकॉर्ड के साथ पुणे के सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और दिसंबर 1985 में आर्मी मेडिकल कोर में नियुक्त हुईं। साधना नायर के पास फैमिली मेडिसिन में स्नातकोत्तर की डिग्री है। उन्होंने AIIMS नई दिल्ली में मेडिकल इंफॉर्मेटिक्स में दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी पूरा किया है।