पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में पुलिस की लापरवाही से नाराज़ ग्रामीणों ने पुलिस थाने में आग लगा दी। लोगों के मुताबिक, पुलिस की लापरवाही की वजह से एक 9 वर्षीय लड़की की हत्या हो गई है। आज सुबह जिले के जयनगर इलाके में स्थानीय लोगों को पीड़िता का शव मिला, जिसके बाद उन्होंने पुलिस चौकी में आग लगा दी। साथ ही पुलिसकर्मियों पर पथराव और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई। जिसके बाद वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा गया और भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे गए। आक्रोशित भीड़ ने मौके पर SDPO सहित कई वरिष्ठ पुलिसकर्मियों को घेरने की कोशिश भी की।
क्या है मामला?
पीड़िता के परिवार के अनुसार, वह शुक्रवार दोपहर कोचिंग गई थी। लेकिन कोचिंग से वह वापस घर नहीं लौटी। पीड़िता का कई घंटो तक इंतजार करने के बाद परिवार ने खुद उसकी तलाश शुरू की। कई घंटो की तलाश के बाद भी जब पीड़िता का कोई पता नहीं चल पाया, तो परिवार पुलिस के पास उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने गया। परिवार ने आरोप लगाया कि, स्थानीय पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने के बावजूद उन्होंने तुरंत कोई कदम नहीं उठाया। वहीं एक ग्रामीण ने पुलिस की इस लापरवाही की तुलना कोलकाता के “महिला डॉक्टर हत्याकांड” में हुई लापरवाही से की है।
परिवार और ग्रामीणों का यह भी दावा है कि, हत्या के पहले पीड़िता के साथ रेप भी किया गया था। एक ग्रामीण के मुताबिक, वह तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक पीड़िता के सभी हत्यारों को सज़ा नहीं मिल जाती। साथ ही वह उन लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं, जिन्होंने शिकायत पर देरी से कार्यवाही की।
क्या है पुलिस का कहना?
दूसरी ओर पुलिस का दावा है कि, शिकायत मिलते ही उन्होंने मामले में कार्यवाही शुरू कर दी थी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से, उन्होंने इस हत्याकांड में जुड़े एक 19 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पुलिस ने कहा कि जांच जारी है और मामले में बाकी के आरोपियों की भी तलाश की जा रही हैं। वहीं, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट्स आते तक रेप से जुड़े कोई भी दावे करना मुश्किल हैं।
घटना को लेकर भाजपा ने ममता पर साधा निशाना
इस घटना को लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मामले में रेप का दावा करते हुए ममता के इस्तीफे की मांग की है। सुकांत का कहना है कि जिस तरह से बंगाल में लड़कियों के साथ अपराध हो रहे हैं, उससे पता चलता है कि ममता का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं है। जिस तरह से बंगाल में बार-बार रेप के अपराध हो रहे हैं, उसे देखते हुए ममता को अपने पद पर बने रहने का कोई भी कानूनी या नैतिक अधिकार नहीं है।