सोमवार को क्रिकेट फैंस को एक बहुत ही शानदार और रोमांचक मुकाबला देखने को मिला, जब दिल्ली कैपिटल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को सिर्फ एक विकेट रहते हुए हराया। ये मुकाबला ACA International Cricket Stadium, Visakhapatnam में खेला गया था।
Mitchell-Pooran की धुंआधार बल्लेबाज़ी
दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी। हालांकि जल्द ही ये निर्णय उनके पछतावे का कारण बन गया, जब Mitchell Marsh (72) और Aiden Markram (15) ने लखनऊ को बहुत तेज़ शुरुआत दिलाई। Marsh तो अलग ही तेवर में नज़र आ रहे थे। 5 से भी कम overs में लखनऊ 46 के स्कोर तक तक पहुंच चुकी थी। Markram के आउट होने के बाद भी दिल्ली चैन की सांस नहीं ले सकी क्योंकि विस्फोटक बल्लेबाज़ Nicholas Pooran मैदान पर उतरे और एक तूफानी पारी खेली। Pooran ने शानदार तरीके से खेलते हुए सिर्फ 30 गेंदों में 6 चौके और 7 छक्कों की मदद से 75 रन ठोक दिए। Tristan Stubbs के एक over में तो उन्होंने 4 छक्कों और एक चौके की मदद से 28 रन जड़ दिए थे। एक वक्त ऐसा लग रहा था कि लखनऊ 250 का आंकड़ा भी छू लेगी। मगर Pooran के आउट होते ही दिल्ली ने वापसी की और एक के बाद एक विकेट चटकाने शुरु कर दिए। David Miller (27*) अंत तक जमे रहे और लखनऊ ने 8 विकेट खोकर 209 रन बनाए।
दिल्ली की गेंदबाज़ी
दिल्ली कैपिटल्स की ओर से कुलदीप यादव सबसे सफल साबित हुए जिन्होंने 2 विकेट लिए। उनके अलावा Mitchell Starc और मुकेश कुमार को एक-एक विकेट मिला।
दिल्ली की खराब शुरुआत, आशुतोष-विपराज का जादू
210 का पीछा करने उतरी दिल्ली ने बेहद खराब शुरुआत की। सिर्फ 7 के स्कोर पर तीन बल्लेबाज़ आउट हो गए थे। Faf du Plesis (29) और अक्षर पटेल (22) अच्छे shots दिखा रहे थे, लेकिन उनके जाने के बाद मैच जीतना मुश्किल नज़र आने लगा। लेकिन IPL में आख़िरी गेंद कुछ कहा नहीं जा सकता और हुआ भी कुछ वैसा ही। विपराज निगम (39) और impact player आशुतोष शर्मा (66*) ने वो कर दिखाया जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी। निगम के आउट होने के बाद फिर ऐसा लगने लगा कि ये मैच दिल्ली के हाथ से फिसल गया मगर आशुतोष मैच जिताकर ही वापस लौटे। Tristan Stubbs ने भी 34 रनों की उपयोगी पारी खेली। आशुतोष शर्मा को अपनी इस शानदार पारी के लिए Man of the Match का खिताब भी मिला जिसे उन्होंने “गब्बर” कहे जाने वाले पूर्व खिलाड़ी शिखर धवन को dedicate किया।
लखनऊ की गेंदबाज़ी
लखनऊ की ओर से मणिमारन सिद्धार्थ, रवि बिश्नोई और दिग्वेश सिंह को दो-दो सफलताएं मिली।