कंगना रनौत को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारे जाने का मामला और तूल पकड़ते जा रहा है। कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली CISF महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर का आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सपोर्ट किया है। पन्नू ने एक वीडियो जारी करके CISF कॉन्स्टेबल की तारीफ की है। उसने कहा कि, कंगना को थप्पड़ मारने से वह खुश है और इसके लिए वह महिला कॉस्टेबल को 8 लाख रूपए इनाम देने की घोषणा करता हैं। इसी बीच कुलविंदर के समर्थन में तमाम लोग उतर आए हैं। किसान संगठन से लेकर बिजनेसमैन और कई उद्योगपति कुलविंदर कौर को नौकरी, रुपयों और फ्री कानूनी मदद जैसे ऑफर दे रहे हैं। कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर को नौकरी से निकाल दिया है।
क्या है ‘चंडीगढ़ एयरपोर्ट’ का पूरा मामला ?
6 जून को कंगना रनौत मंडी से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंची थी, क्योंकि उन्हें दिल्ली की फ्लाइट लेनी थी। सिक्योरिटी चेकिंग के दौरान वह मौजूद CIFS की एक महिला कांस्टेबल ने कंगना रनौत को थप्पड़ मार दिया था। उस समय कंगना ने कुछ नहीं कहा और फ्लाइट लेकर दिल्ली आ गईं। उसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर कंगना CISF के अधिकारियों से मिलीं और पूरा मामला बताया और मामला सामने आने पर उस महिला गार्ड को तुरंत हिरासत में लिया और बाद में सस्पेंड कर दिया गया। फिलहाल अभी इस मामले में आगे की जांच चल रही है।
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू ?
गुरपतवंत सिंह पन्नू का जन्म पंजाब में हुआ था। लेकिन बीते काफी सालों से वह कनाडा और अमेरिका में रह रहा है। गुरपतवंत सिंह पन्नू खालिस्तान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक है, जो पंजाब और भारत के कई पड़ोसी क्षेत्रों से अलग एक धर्म-आधारित अलग राज्य की वकालत करता है और जिसे खालिस्तान के नाम से जाना जाता है। जुलाई 2020 तक, भारत के गृह मंत्रालय ने पन्नू को देशद्रोह और अलगाववाद के आधार पर आतंकवादी घोषित किया था और उसके लिए इंटरपोल रेड नोटिस का अनुरोध किया था। उसका संगठन सिख फॉर जस्टिस भी भारत में प्रतिबंधित है। गुरपतवंत सिंह पन्नू सोशल मीडिया पर अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता था। बीते साल अमेरिका ने दावा किया था कि, भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने न्यूयॉर्क में पन्नू की हत्या की साजिश रची थी। ये मामला काफी चर्चा में रहा था और दोनों देशों में तनातनी की वजह बना था।
मेजर गौरव आर्या ने क्या कहा?
थप्पड़ कांड के बाद शुक्रवार सुबह कंगना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज में पूर्व मेजर गौरव आर्या का एक ट्वीट शेयर किया था। इस ट्वीट में गौरव आर्या ने लिखा था, ‘कंगना रनौत पर हमला करने वाली CISF कांस्टेबल कुलविंदर कौर को सजा जरूर मिलेगी। इस मामले में कांस्टेबल की नौकरी जा सकती है।
कानूनी सहायता का ऑफर
निलंबित कांस्टेबल के समर्थन में सामने आने वालों में 82 वर्षीय कृषि कार्यकर्ता मोहिंदर कौर भी हैं। उन्होंने पहले भी कंगना के खिलाफ कृषि विरोध पर उनकी टिप्पणी के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया था। मोहिंदर ने कहा कि, कंगना को बोलने की समझ नहीं है। चूंकि वह एक सांसद के रूप में चुनी गई हैं, इसलिए उन्हें विनम्र होना चाहिए। उन्होंने पंजाबियों को चरमपंथियों के रूप में ब्रांड करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि, वह कुलविंदर को कानूनी सहायता देने के लिए तैयार हैं।
किसान नेताओं ने थप्पड़ कांड पर उठाए सवाल
कुलविंदर कौर को किसान संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने थप्पड़ कांड पर सवाल उठाया हैं। उन्होंने कहा कि,ऐसा कुछ नहीं हुआ। कुलविंदर कौर की कंगना रनौत से केवल बहस हुई थी। उन्होंने कहा कि, अगर किसानों की मांग पर ध्यान दिया होता, तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। उन्होंने यह भी कहा कि, कुलविंदर के खिलाफ जिस तरह की कार्रवाई हुई है, सस्पेंड किया गया, ऐसा नहीं होना चाहिए था।