लिवर हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। आजकल हर उम्र के लोगों में लिवर से संबंधित समस्या देखने को मिल रही है। लिवर की बीमारी लिवर और उसके आसपास के अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। लिवर के डैमेज होने का एक सबसे मुख्य कारण शराब का सेवन माना जाता है लेकिन इसके अलावा भी और कई कारण हैं। जिनके कारण लिवर खराब हो रहा है। द गट हेल्थ क्लिनिक की क्लिनिकल डायरेक्टर जो कनिंघम ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि शराब के अलावा किन-किन कारणों से इंसान के लिवर खराब होने के मामले बढ़ रहे हैं। लिवर की बीमारी कई तरह की होती है, जिसमें नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिसीज, अल्कोहॉल संबंधित लिवर डिसीज, हेपेटाइटिस, हेमोक्रोमैटोसिस और प्राइमरी पित्त सिरोसिस आदि शामिल हैं।
लिवर खराब होने के कारण
नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, कई लोग मार्केट से विटामिन के सप्लीमेंट लेते हैं जो लिवर को डैमेज कर सकते हैं। अधिकतर लोगों को सप्लीमेंट की जरूरत नहीं होती। वे लोग बैलेंस डाइट से विटामिन की कमी को पूरा कर सकते हैं। जो कनिंघम के मुताबिक, ‘हर्बल चाय और सप्लीमेंट लिवर में चोट और लिवर फेल का कारण बन सकते हैं। सबसे खतरनाक बॉडी बिल्डिंग और वजन घटाने वाले सप्लीमेंट हैं, जिनसे ज्वाइंडिस यानी पीलिया भी हो सकता है। रिसर्च के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में मेडिसिन या कैमिकल से लिवर डैमेज होने के काफी सारे मामले सामने आए हैं जिसे हेपेटोटॉक्सिसिटी कहा जाता है। अगर कोई अधिक सप्लीमेंट लेता है तो यह समस्या और अधिक बढ़ सकती है।
साथ में होते हैं ये नुकसान
अधिक सप्लीमेंट्स की खुराक लेने से लिवर डैमेज होने लगते है। और साथ ही साथ तेजी से वजन बढ़ना, सिरदर्द, या कब्ज जैसी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। हर कोई यह सोचकर गोली तो ले लेता है कि यह सिर्फ विटामिन की गोली है लेकिन यह नहीं सोचता कि इससे कितना नुकसान हो सकता है। लोगों को सप्लीमेंट की खुराक का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि आप सूक्ष्म पोषक तत्व ले रहे हैं तो हमेशा रोजाना की मात्रा के मुताबिक ही लें। मिनरल्स और फैट में घुलनशील विटामिन की मात्रा अधिक लेने से शरीर में टॉक्सिन्स बन सकते हैं जो सही नहीं है।
बिना डॉक्टर के सलाह ना लें सप्लीमेंट
अगर किसी सप्लीमेंट पर नेचुरल लिखा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो सुरक्षित है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सप्लीमेंट की अधिक डोज संभावित रूप से लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है। याद रखें कि ‘प्राकृतिक’ का मतलब सुरक्षित नहीं होता इसलिए अगर आप सप्लीमेंट लेते हैं तो पहले किसी डॉक्टर की सलाह लें ताकि वो आपकी सेहत के मुताबिक, सही गाइडेंस दे सकें। अक्सर सप्लीमेंट की सिफारिश अच्छे रिजल्ट के लिए दी जाती है लेकिन जितना हो सके कोई भी सप्लीमेंट से दूर ही रहना चाहिए। एनएचएस यह भी कहता है, ‘बहुत से लोग सप्लीमेंट लेना चुनते हैं लेकिन बहुत अधिक लेना या बहुत लंबे समय तक लेना हानिकारक हो सकता है। लेकिन डॉक्टर की बिना सलाह के मन से कोई भी सप्लीमेंट ना लें नहीं तो लिवर को खतरा हो सकता है।