समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कल गैंगस्टर और नेता मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे थे। अखिलेश ने मुख्तार के भाई अफजल और बेटे उमर अंसारी से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी थी। अखिलेश अंसारी परिवार से मुलाकात करते वक्त भावुक होते हुए भी नजर आए थे।
मुलाकात के बाद अखिलेश ने मीडिया से मुख्तार की मौत की गहरी जांच की अपील भी की है। अखिलेश ने भारत सरकार पर हमले करते हुए कहा कि, मुख्तार ने खुद कहा था कि उसे जहर दिया गया है। रूस का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब जेल में किसी नेता को जहर देकर मारने के बाद उसे हार्ट अटैक का नाम दे दिया हो। अखिलेश ने साथ ही में सरकार पर यह भी संगीन आरोप लगाए है कि, भारत सरकार कनाडा और अमेरिका में लोगों को मरवा रही है।
अखिलेश की मुलाकात के बाद विपक्षी नेताओं ने उन पर हमला बोल दिया है। केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा ने कहा कि, अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी का इतिहास रहा है गुंडों और अपराधियों का समर्थन करने का। वहीं भाजपा के मनोज तिवारी ने भी कहा कि, यह मुलाकात राजनीति और अपराध के एक पुराने रिश्ते का एक उदाहरण है।
अखिलेश की यह मुलाकात देश में विवादित मुद्दा बन गई है। अखिलेश के पहले ओवैसी भी मुख्तार के घर अंसारी परिवार से मिलने पहुंचे थे। लेकिन जनता को अखिलेश की एक गैंगस्टर के लिए फिक्रमंद होने की उम्मीद नहीं थी। अखिलेश पर सवाल उठ रहे हैं कि उनके पास एक गैंगस्टर के परिवार से मिलने का टाइम है, तो जब विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ था तो वे उनके परिवार से क्यों मुलाकात नहीं करने गए थे।
अखिलेश की मुलाकात को चुनाव की एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि, अखिलेश ने यह कदम यूपी की मुस्लिम जनता को अपने पक्ष में लाने के लिया उठाया है।