आज गाबा में खेले जा रहे टेस्ट मैच को कम रोशनी के कारण रोक दिया गया था, उस समय भारतीय टीम की दूसरी पारी की शुरुआत हो चुकी थी. यशस्वी जायवसाल और केएल राहुल क्रीज पर थे। उस पल मैदान में मौजूद कैमरामैन ने एक ख़ास लम्हें को स्क्रीन मे कैद किया। इसमें विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन ड्रेसिंग रूम में बैठे हुए दिखाई दिए। इस दौरान रविचंद्रन अश्विन किसी गंभीर विषय पर विराट कोहली से चर्चा करते हुए दिखाई दिए। चर्चा के दौरान वह भावुक नजर आए और साथ में विराट कोहली भी भावुक दिखाई दिए। विराट ने अश्विन को गले भी लगा लिया। संभावनाएं जताई जा रही थी कि रविचंद्रन अश्विन क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सकते हैं, और हुआ भी कुछ वैसा ही। मैच खत्म हुआ, सीरीज एक-एक से बराबर है। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने एक बड़ा ऐलान कर दिया। ऐलान अब भारत के लिए क्रिकेट ना खेलने का। इसके साथ ही उनके 13 साल के शानदार करियर का समापन हुआ। वे भारत ही नहीं विश्व क्रिकेट के महानतम स्पिनरों में से एक हैं।
लेकिन महानतम बनने की कहानी शुरू हुई थी17 सितंबर 1986 में… चेन्नई में जन्मे अश्विन ने कम उम्र में ही क्रिकेट के प्रति गहरी रुचि विकसित की। उनकी शिक्षा एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में हुई। हालांकि, उनका मन हमेशा क्रिकेट के मैदान में रमा रहता था। अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में की थी। हालांकि, समय के साथ उन्होंने ऑफ-स्पिन गेंदबाजी में अपनी प्रतिभा को निखारा और तमिलनाडु की रणजी टीम में अपनी जगह बनाई। उनकी प्रतिभा ने उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने का मौका दिलाया, जहां 2010 में उनके प्रदर्शन ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया।
अश्विन ने 2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। उनकी प्रतिभा और स्किल सेट ने जल्द ही उन्हें भारतीय टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया। उन्होंने अपने करियर में 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लिए, जो उन्हें अनिल कुंबले के बाद भारत के लिए दूसरा सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज बनाता है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 37 बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया, जो उन्हें इस सूची में विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर रखता है।
गेंदबाजी के अलावा, अश्विन ने बल्लेबाजी में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में छह शतक बनाए और 3000 से अधिक रन बनाए, जिससे वह 500 विकेट और 3000 रन बनाने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए। इसके अलावा भारत के लिए एक पारी में सबसे ज्यादा बार 5 विकेट का रिकॉर्ड भी रविचंद्रन अश्विन के नाम है। उन्होंने यह कारनामा 37 बार किया है। भारत के लिए टेस्ट में सबसे तेज 300 विकेट का रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन के नाम है। उन्होंने यह कारनामा 54 मैचों में किया था। श्रीलंका के खिलाफ 2017 में यह उपबलब्धि अश्विन ने हासिल की थी।
सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन में श्रीलंका के दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के बराबरी की हुई है। दोनों ने 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता है।
अश्विन ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, “मैंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत आनंद लिया है और अब क्लब स्तर पर अपने खेल को जारी रखना चाहता हूं।” उनकी इस घोषणा के बाद क्रिकेट जगत में उनके प्रति सम्मान और प्रशंसा की लहर दौड़ गई।
रविचंद्रन अश्विन का करियर युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा स्रोत है। उनकी मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति जुनून ने उन्हें विश्व क्रिकेट में एक विशेष स्थान दिलाया है। उनकी उपलब्धियां भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सदैव स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएंगी।